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स्पेशल स्टोरी: जानिए कैसे मनाती हैं वीर सैनिकों की पत्नियां करवा चौथ का व्रत...

करवा चौथ का दिन हर सुहागन स्त्री के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और बेहतर स्वास्थ्य के लिए सारा दिन भूखी प्यासी रहती हैं. वहीं, रात में चांद निकलने पर छलनी में दीया रखकर अपने पति की लंबी उम्र के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि वह पत्नियां कैसे करवा चौथ मनाती हैं जिनके पति भारत मां की रक्षा के लिए सरहदों पर तैनात हैं.

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Published : Oct 16, 2019, 9:04 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 9:27 PM IST

राजसमंद. करवा चौथ इस बार 17 अक्टूबर को मानाया जाने वाला है. जिसकी तैयारियों में देशभर की महिलाएं जुटी हैं. भारतीय नारी के जीवन में करवा चौथ और उसके सुहाग की रक्षा का पर्व की क्या विशेषता होती है, इसे समझाने की जरूरत नहीं है. लेकिन हमारे देश के वीर सैनिक जो अपने घर-परिवार से दूर सरहदों पर रहते हैं. उनके घरों में इस करवा चौथ को किस प्रकार से मनाया जाता है. यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम पहुंची राजसमंद के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान रतन लाल तेली के घर कि उनके घर में करवा चौथ को लेकर क्या कुछ तैयारियां चल रही हैं.

सीआरपीएफ के जवानों के घर का करवा चौथ

दरअसल, रतन लाल राजसमंद के पीपली आचार्यन गांव के रहने वाले हैं. जब हम सीआरपीएफ के जवान रतन लाल तेली के घर पहुंचे तो यहां उनकी पत्नी मंजू देवी करवा चौथ के लिए अड़ोस-पड़ोस की महिलाओं के साथ तैयारियों में जुटी हुई दिखाई दी. मंजू के पति रतनलाल झारखंड के चतरा में पदस्थ है, जहां आए दिन नक्सली से भिड़ंत होती रहती है. मंजू से रतन लाल की शादी 1994 में हुई थी. रतनलाल पहले कश्मीर के बारामुला में भी रह चुके हैं.

पढ़ें- करवा चौथ 2019: जयपुर के बाजारों में बढ़ी रौनक, पति खरीद रहे सरप्राइज गिफ्ट

छुट्टियां नहीं होने के चलते रतन है घर से दूर

मंजू ने बताया कि उनके पति की ड्यूटी पर हैं, इसलिए वे उनके साथ करवा चौथ में शामिल नहीं हो पाएंगे. यह पहली बार नहीं है जब रतन करवा चौथ पर घर में नहीं है. अक्सर इस दिन भी ये सभी जवान अपनी ड्यूटी पर तैनात होते हैं. इसके साथ ही उनकी पत्नी ने बताया कि इस बार उन्होंने रतनलाल को कुछ दिन रुक कर करवा चौथ एक साथ मिलकर मनाने के लिए कहा, लेकिन छुट्टियां खत्म हो जाने की वजह से उन्हें वापस जाना पड़ा.

पढ़ें- Karwa Chauth 2019: 8 बजकर 27 मिनट पर चांद का दीदार, रोहणी नक्षत्र में व्रत रखेंगी सुहागिन

वीडियो कॅाल की मदद से पूरा होगा व्रत...

रतन लाल की पत्नी ने बताया कि वे इस बार भी मैं करवा चौथ का व्रत रखूंगी. मन में थोड़ी मायूसी जरूर है कि मेरे पति मेरे साथ इस पर्व पर नहीं है, लेकिन मन में एक खुशी भी है कि मेरे पति भारत माता की रक्षा के लिए सरहदों पर तैनात हैं. मंजू ने कहा कि आधुनिक तकनीक के आ जाने से सब कुछ बहुत सरल हो गया है, वे इस बार वीडियो कॅाल का उपयोग करते हुए अपना व्रत चांद की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद खोलेंगी.

देश की रक्षा के लिए ये सैनिक अपने प्राणों की बलि देने को तत्पर रहते हैं. हमारे देश के ये वीर सपूत जो देश की सेवा में सरहद पर रक्षा के लिए तैनात है. उनके जीवन की रक्षा के लिए उनकी पत्नियां करवा चौथ का व्रत रखकर मंगल कामनाएं कर रही हैं.

राजसमंद. करवा चौथ इस बार 17 अक्टूबर को मानाया जाने वाला है. जिसकी तैयारियों में देशभर की महिलाएं जुटी हैं. भारतीय नारी के जीवन में करवा चौथ और उसके सुहाग की रक्षा का पर्व की क्या विशेषता होती है, इसे समझाने की जरूरत नहीं है. लेकिन हमारे देश के वीर सैनिक जो अपने घर-परिवार से दूर सरहदों पर रहते हैं. उनके घरों में इस करवा चौथ को किस प्रकार से मनाया जाता है. यह जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम पहुंची राजसमंद के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान रतन लाल तेली के घर कि उनके घर में करवा चौथ को लेकर क्या कुछ तैयारियां चल रही हैं.

सीआरपीएफ के जवानों के घर का करवा चौथ

दरअसल, रतन लाल राजसमंद के पीपली आचार्यन गांव के रहने वाले हैं. जब हम सीआरपीएफ के जवान रतन लाल तेली के घर पहुंचे तो यहां उनकी पत्नी मंजू देवी करवा चौथ के लिए अड़ोस-पड़ोस की महिलाओं के साथ तैयारियों में जुटी हुई दिखाई दी. मंजू के पति रतनलाल झारखंड के चतरा में पदस्थ है, जहां आए दिन नक्सली से भिड़ंत होती रहती है. मंजू से रतन लाल की शादी 1994 में हुई थी. रतनलाल पहले कश्मीर के बारामुला में भी रह चुके हैं.

पढ़ें- करवा चौथ 2019: जयपुर के बाजारों में बढ़ी रौनक, पति खरीद रहे सरप्राइज गिफ्ट

छुट्टियां नहीं होने के चलते रतन है घर से दूर

मंजू ने बताया कि उनके पति की ड्यूटी पर हैं, इसलिए वे उनके साथ करवा चौथ में शामिल नहीं हो पाएंगे. यह पहली बार नहीं है जब रतन करवा चौथ पर घर में नहीं है. अक्सर इस दिन भी ये सभी जवान अपनी ड्यूटी पर तैनात होते हैं. इसके साथ ही उनकी पत्नी ने बताया कि इस बार उन्होंने रतनलाल को कुछ दिन रुक कर करवा चौथ एक साथ मिलकर मनाने के लिए कहा, लेकिन छुट्टियां खत्म हो जाने की वजह से उन्हें वापस जाना पड़ा.

पढ़ें- Karwa Chauth 2019: 8 बजकर 27 मिनट पर चांद का दीदार, रोहणी नक्षत्र में व्रत रखेंगी सुहागिन

वीडियो कॅाल की मदद से पूरा होगा व्रत...

रतन लाल की पत्नी ने बताया कि वे इस बार भी मैं करवा चौथ का व्रत रखूंगी. मन में थोड़ी मायूसी जरूर है कि मेरे पति मेरे साथ इस पर्व पर नहीं है, लेकिन मन में एक खुशी भी है कि मेरे पति भारत माता की रक्षा के लिए सरहदों पर तैनात हैं. मंजू ने कहा कि आधुनिक तकनीक के आ जाने से सब कुछ बहुत सरल हो गया है, वे इस बार वीडियो कॅाल का उपयोग करते हुए अपना व्रत चांद की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद खोलेंगी.

देश की रक्षा के लिए ये सैनिक अपने प्राणों की बलि देने को तत्पर रहते हैं. हमारे देश के ये वीर सपूत जो देश की सेवा में सरहद पर रक्षा के लिए तैनात है. उनके जीवन की रक्षा के लिए उनकी पत्नियां करवा चौथ का व्रत रखकर मंगल कामनाएं कर रही हैं.

Intro:राजसमंद- मेहंदी लगा दिया है. हाथों पर माथे पर सिंदूर लगाया है.पिया आजा पास हमारे देख चांद भी निकल आया है. इन पंक्तियों के पीछे छुपा भाव को अगर समझने की कोशिश करें तो आपको समझ में आ जायेगा. कि एक पत्नी के लिए उसके पति से बढ़कर कुछ नहीं होता. इसीलिए ईटीवी भारत भी आपको 17 अक्टूबर यानी करवा चौथ के पावन पर्व पर भारतीय नारी के जीवन में करवा चौथ और उसके सुहाग की रक्षा का पर्व की क्या विशेषता होती है. इसे समझाने की जरूरत नहीं है.लेकिन इस पर्व के दिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु और बेहतर स्वास्थ्य के लिए सारा दिन भर वक्त रखकर भूखी प्यासी रहती है.रात में चांद निकलने पर अपने पति का छलनी मैं दीया रखकर भगवान से प्रार्थना करती है. लेकिन कभी आपने सोचा है. वह पत्नियां कैसे करवा चौथ मनाती होगी.जिनके पति भारत मां की रक्षा के लिए सरहदों पर निगेहबानी करते हैं. या देश के अंदर रहकर उन लोगों से लड़ते हैं.जो देश को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.ऐसे ही सूरवीरो की पत्नियों से आज हम आपको मिलवा आएंगे. और बताएंगे कि करवा चौथ के इस महापर्व को इस बार वे कैसे बना रही है.


Body:इसके लिए हम आपको लिए चलते हैं.राजस्थान के राजसमंद जिले के पीपली आचार्यन गांव के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान रतन लाल तेली के घर कि उनके घर में करवा चौथ को लेकर क्या कुछ तैयारियां चल रही है. इसे लेकर जब हम सीआरपीएफ के जवान रतन लाल तेली के घर पहुंचे. जहां उनके पत्नी मंजू देवी करवा चौथ की तैयारी के लिए अड़ोस पड़ोस की महिलाओं के साथ तैयारियों में जुटी हुई दिखाई दी. वहीं उन्होंने बताया कि करवा चौथ के इस पर्व उनके पति रतन लाल तेली इस बार भारत माता की सुरक्षा के लिए झारखंड जिले के चतरा में पदस्थ है. इसलिए वे उनके साथ रहकर करवा चौथ में शामिल नहीं हो पाएंगे.
आपको बता दें. कि झारखंड में नक्सलियों से लोहा लेने वाले रतनलाल करवा चौथ से पहले ही अपनी ड्यूटी पर लौटना पड़ा रतनलाल झारखंड के चतरा में पदस्थ है.जहां आए दिन नक्सली से भिड़ंत होती रहती है. रतन लाल की शादी 1994 में हुई थी. रतनलाल पहले कश्मीर के बारामुला में भी रह चुके हैं. उनके जीवन में बहुत बार ऐसा हुआ.जब वे करवा चौथ के पर्व पर घर नहीं पहुंच सके. उनकी पत्नी ने बताया कि इस बार उन्होंने रतनलाल को कुछ दिन रुक कर करवा चौथ एक साथ मिलकर मनाने के लिए कहा.लेकिन छुट्टियां खत्म होने पर उन्हें वापस जाना पड़ा.


Conclusion:रतन लाल की पत्नी ने कहा कि वे इस बार भी करवा चौथ का व्रत रखेंगी. मन में थोड़ी मायूसी जरूर है. कि मेरे पति मेरे साथ इस पर्व पर नहीं है.लेकिन मन में एक खुशी भी है. कि मेरे पति भारत माता की रक्षा के लिए सेवा दे रहे हैं. रतन लाल की पत्नी ने कहा कि वे करवा चौथ के पर्व पर वे इस बार अपने पति से आधुनिक तकनीक यानी मोबाइल से ही बात करेंगे. और चांद की विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद व्रत खोलेंगे. और अपने परिवार और बच्चों के साथ खाना खाएंगे. ईटीवी भारत आपको इस स्टोरी के माध्यम से यही बताना चाह रहा है. कि हमारे देश के वीर सपूत जो है. देश की सेवा में सरहद पर मां भारती की रक्षा के लिए तैनात है. उनके जीवन की रक्षा के लिए उनकी पत्नियां करवा चौथ का व्रत रखकर मंगल कामनाएं कर रही है.
बाइट- मंजू तेली
Last Updated : Oct 16, 2019, 9:27 PM IST
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