राजसमंद. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई परिस्थितियों से हर व्यवसाय को भारी क्षति पहुंची है. इस महामारी के कारण हजारों लोगों का धंधा चौपट हुआ है. खास कर कामगार, मजदूर वर्ग के लोगों को कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से अपने काम-धंधों से हाथ धोना पड़ा है.
जिसके कारण हजारों श्रमिक अब मनरेगा में अपना हाथ आजमा रहे हैं. इसे लेकर राजसमंद से विधायक और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने राजस्थान सरकार से इनके 50 दिवसों के रोजगार को बढ़ाने की मांग की है.
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केंद्र सरकार राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में ग्रामीणों को वर्ष में 100 दिन का रोजगार उपलब्ध करवा रही है. इसके लिए सत प्रतिशत केंद्रीय सहायता दी जा रही है. माहेश्वरी ने राजस्थान सरकार से मांग की है कि प्रदेश भी इस योजना में 50 दिनों का रोजगार अपने स्तर पर दे.
किरण माहेश्वरी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने रोजगार योजना में बजट का आवंटन 67 प्रतिशत बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपए कर दिया है. राजस्थान को इस योजना में लगभग 9 हजार करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता मिलेगी. उधर कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के कारण रोजगार मांगने वालों की संख्या में भारी वृद्धि होगी. राज्य की अर्थव्यवस्था में उच्च वृद्धि ग्रामीणों की उपभोग योग्य आय वृद्धि से ही प्राप्त होगी.
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माहेश्वरी ने कहा कि ग्रामीण आए के स्तर में वृद्धि के लिए रोजगार योजना के कार्य दिवसों की संख्या में वृद्धि आवश्यक है. राजस्थान सरकार यदि अपने स्तर पर योजना में 50 अतिरिक्त कार्य दिवस उपलब्ध करवा दे तो राज्य के आर्थिक विकास को अपेक्षित गति मिलेगी.