राजसमंद. प्रदेश की पूर्व शिक्षा मंत्री और राजसमंद विधायक भाजपा की कद्दावर नेता किरण माहेश्वरी का रविवार की देर रात को मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. इसकी सूचना मिलते ही प्रदेश सहित राजसमंद में शोक की लहर दौड़ पड़ी. राजसमंद के बीजेपी कार्यकर्ताओं से किरण माहेश्वरी का अटूट लगाव था. उनके जाने के बाद कार्यकर्ता शोक में डूबे हैं.
किरण माहेश्वरी की पिछले 28 अक्टूबर को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. बुखार आने और सांस में तकलीफ होने के बाद उनकी जांच कराई गई थी, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं. माहेश्वरी कोरोना से रविवार को जंग हार गईं. रविवार देर रात गुडगांव के मेदांता अस्पताल में माहेश्वरी ने अंतिम सांस ली. किरण माहेश्वरी के निधन के समाचार से बीजेपी और राजस्थान में शोक की लहर है. राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी का शहर हो या गांव ढाणी हर जगह हर व्यक्ति से उनका अटूट जुड़ाव था. यही उनकी सबसे बड़ी खासियत रही कि आम जनता से उनका सीधा जुड़ाव रहा. किरण माहेश्वरी की शुरू से ही समाज सेवा का जज्बा था.
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इस बीच ईटीवी भारत ने राजसमंद के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से बातचीत की तो कार्यकर्ताओं ने दर्द बयां करते हुए कहा कि हमने एक नेता नहीं बल्कि एक जन नेता को अपने बीच से खोया है, जो सदैव पार्टी के लिए कटिबद्ध रहती थी. भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता और पूर्व चेयरमैन महेश पालीवाल ने कहा कि किरण जी का हम सबके बीच से यूं चले जाना अपूरणीय क्षति है. उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के लिए किरण जी लगातार मेहनत करती रहती थी. इसी की बदौलत है कि राजसमंद में भाजपा का किला लगातार विधानसभा चुनाव में फतह रहता था.
पिछले तीन विधानसभा चुनावों से वे राजसमंद से विधायक चुने गई है. साथ ही अन्य कार्यकर्ताओं ने भी उन्हें याद करते हुए कहा कि माहेश्वरी जी का हम सबके बीच से चले जाने के लिए क्षति हुई है. उन्हें भुलाना पाना इस जन्म में अपने आप में अकल्पनीय होगा.