राजसमंद. जिले में फिर मौसम का मिजाज बदल गया. सुबह 10 बजे बाद से ही बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया. जो तेज बारिश के साथ आसमान में लगातार बिजली कड़कड़ाती रही. उसके बाद मूसलाधार बारिश शुरू हो गई. जिसके चलते लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली. पिछले सप्ताह भर से भीषण गर्मी से परेशान लोगों पर आसमान से राहत की बारिश मिली. वहीं सोमवार को हुई रुक-रुक कर 20 मिमी बारिश से गेहूं के खेतों में पानी भर गया.
बिजली गिरने से एक की मौत, 3 झुलसे
वहीं शहर के रेलमगरा में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक 6 वर्षीय बालक की मौत हो गई. जबकि 3 लोग झुलस गए. वहीं 2 दिनों से हो रही बारिश के कारण किसान वर्ग काफी परेशान नजर आ रहा है. क्योंकि गेहूं की फसल को खेतों और थ्रेसर से कटाई का दौर चल रहा है. ऐसे में सोमवार को अचानक बारिश की फसल गिली हो गई. कई जगह तो गिरे ओले से गेहूं सड़कर खेत में बिखर गए. वहीं मंगलवार को फिर से बारिश शुरू हो गई. जिसके कारण कई किसानों ने अपनी गेहूं की फसल काट रखी थी खेत में उसमें पानी भर गया.
नाथद्वारा में तपती गर्मी में राहत बनकर बरसे मेघ
वहीं जिले में तेज गर्मी में लोगों पर राहत की बूंदे बरसी. भीषण गर्मी से मिली राहत पर धूलभरी अंधड़ ने भी लोगों को छकाया. दरअसल, कल शाम अचानक हुए मौसम में बदलाव से एक ओर जहां तपती धूप और गर्मी से राहत मिली. वहीं धूलभरी अंधी ने काफी परेशान भी किया. रात करीब 11 बजे हुई बारिश शहर में मानो किसी अमृत के समान ही थी पर इसने आस पास के गांवो में किसानों की चिंता बढ़ा दी. अभी गेहूं की फसल पक कर तैयार हो गई हैं. ऐसे में कहीं कटाई हो रही है तो कहीं फसल कट कर तैयार है, अभी हुई बारिश से जहां खड़ी फसल में गेहू के दाने टूट कर बिखरने का खतरा है. वहीं कटकर खेत में रखी फसल के भीग जाने से दानों की चमक कम होने से भावों में कमी हो सकती है. जो भी हो दोनों ही सूरत में किसानों का नुकसान होने तो तय है .
दूसरी तरफ लोगों को तापमान कम होने से गर्मी से राहत मिली. लेकिन कहीं ना कहीं सुबह अच्छी नहीं रही. रात भर चली अंधड़ ने कही टिन टप्पर उड़ा दिए तो धूल मिट्टी ने घरों का हाल बुरा कर दिया. सुबह धूल के गुब्बार के आगे सूरज भी नहीं दिखाई दिया. तपती धूप से मिली राहत से शहरी इलाकों में लोग खुश ही नजर आएं.