राजसमंद. पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री एवं किरण माहेश्वरी ने गुरूवार को पीपरड़ा, पसून्द, मोरचणा, केलवा, धायलां, देवपुरा, बामणटुंकड़ा, पड़ासली, आत्मा, सापोल, सांगठ, साकरोदा, फरारा आदि पंचायतों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया. पड़ासली का उपस्वास्थ्य केन्द्र चिकित्सक नहीं होने से बंद पड़ा था. मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से वार्ता कर इसे तुरंत प्रारम्भ करवाने के निर्देश दिए गए.
कई गांवों में पेयजल समस्या सामने आने पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए है. सापोल में विषाणुनाशक यंत्रीकृत छिड़काव कार्य का निरीक्षण किया. साथ ही खेतों पर काम करने वाले महिला और पुरुषों को कपड़े के मास्क बांटे. वहीं केलवा में गौशाला का निरिक्षण किया और व्यवस्थाओं की सूचना ली.
पढ़ेंः लॉकडाउनः पार्सल स्पेशल रेल सेवा की संचालन अवधि में किया गया विस्तार
पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री एवं विधायक किरण माहेश्वरी ने भीम और देवगढ़ क्षेत्र में राहत की खाद्य सामग्री के थैलों पर स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री के चित्र लगाए जाने की कड़ी निंदा की है. किरण नें कहा कि महाआपदा में भी कांग्रेस द्वारा दलगत प्रचार की संकीर्णता अत्यंत आपत्तिजनक है.
किरण ने कहा कि एक तरफ तो जिला प्रशासन दानवीरों को प्रचार प्रसार से दूर रहने के निर्देश दे रहा है. वहीं दूसरी तरफ खाद्य सामग्री के थैलों पर चित्र लगाने पर मूक दर्शक है. 300 रूपयों के खाद्य सामग्री के थैलों का मूल्य ही 50 रू. आया है. किरण नें जिला कलक्टर से अविलम्ब ऐसे सभी थैले को जब्त कर नेताओं के चित्र वाले थैले हटाने को कहा है.
महाआपदा में वेट बढ़ाना असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा: किरण माहेश्वरी
किरण माहेश्वरी ने पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर वेट बढ़ाने की कड़ी आलोचना की है. महाआपदा में रोजगार समाप्त हो गए है, व्यापार बंद पड़ा है, खेतों में मजदूर नहीं मिल रहे है. ऐसे समय में पेट्रोल और डीजल पर कर बढ़ा कर कांग्रेस सरकार नें असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा की है. राजस्थान सरकार नें राहत कार्यों पर केवल केन्द्र सरकार द्वारा दी गई सहायता से ही व्यय किया है.
पढ़ेंः अंबेडकर जयंती पर किरोड़ी लाल मीणा ने SC/ST के लिए मुख्यमंत्री से की ये विशेष मांग
सभी गांव और शहरों में भोजन राहत केवल दानवीरों के सहयोग से ही दी जा रही है. फिर भी कर बढ़ाना राज्य सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन का ही संकेत है. करभार कम करने के वादे पर सत्ता में आई सरकार नें पहले भी डीजल पेट्रोल पर 4रू लीटर का कर बढ़ाया था. राज्य मार्गों पर पथशुल्क भी लागु किया था. अब फिर कर बढ़ा कर राजस्थान के लिए अभिशाप बन गई है कांग्रेस सरकार.