राजसमंद. जिले के रेलमगरा क्षेत्र की गिलूण्ड उपतहसील के मातृकुंण्डिया बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले किसानों ने मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया. फसलों के साथ ही पशुओं का चारा भी खराब होने से किसान अपने साथ धरना स्थल पर मवेशियों को भी लेकर पहुंचे, लेकिन सोमवार रात एक किसान की मौत हो जाने से आक्रोशित किसानों ने सुबह शव उपतहसील पर रख दिया.
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने मुआवजा नहीं मिलने तक शव नहीं उठाने का अल्टीमेटम दिया. इस पर कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल और एसपी भुवन भूषण सहित एएसपी राजेश गुप्ता मौके पर पंहुचे और समझाइश की. करीब एक घण्टे चली वार्ता के बाद दोनों पक्षों में मृतक के परिजनों को सरकार की ओर से मिलने वाली हरसंभव मदद और जमीनों के उचित मुआवजे पर सहमति बन पाई. वहीं मृतक के परिजनों ने शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया. लेकिन जमीन के मुआवजे की मांग कर रहे किसानों ने मांग पूरी नहीं होने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया है. फिलहाल मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है तो किसान धरने पर ही बैठे है.
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ज्ञात हो कि मातृकुंडिया बांध निर्माण के वक्त डूब क्षेत्र में आने वाले काश्तकारों को मुआवजा वितरित करने के लिए नोटिस दिए गए थे. इनके आधार पर कुछ काश्तकारों ने मुआवजा ले लिया लेकिन अधिकांश काश्तकारों ने मुआवजा राशि कम होने के कारण मुआवजा नहीं लिया. वे सभी किसान बांध क्षेत्र में खेती करते हैं. ऐसे में जब बांध भर जाता है उनकी फसलों का नुकसान होता है. हालांकि अधिकांश समय बारिश कम होने से ऐसी स्थितियां नहीं बन पाती लेकिन जब भी अच्छी बारिश होती है तब उनके खेत व फसल डूब जाते हैं इस बार भी अच्छी बारिश होने से बांध भर कर ओवरफ्लो हुआ.