देवगढ( राजसमंद). सामाजिक एवं पर्यावरण हितैषी संस्था परमार्थ सेवा संस्थान चारभुजा के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर राजसमंद जिले की सभी 8 तहसीलों की चयनित 78 ग्राम पंचायतों के श्रेष्ठ शिक्षकों का सम्मान समारोह राधागोविंद भवन माहेश्वरी सेवा सदन चारभुजा में संपन्न हुआ.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवकीनंदन गुर्जर ने कहा कि शिक्षक ही समाज का सच्चा पथ-प्रदर्शक है. स्वयं को आदर्श रूप में प्रस्तुत करते हुए निरंतर संस्कारवान नागरिक बनाने का प्रयास करते रहें. महंत हरिदास महाराज ने शिक्षकों से कहा कि आज समाज और देश के सामने बाहरी व आंतरिक सुरक्षा तथा भारतीय संस्कृति की रक्षा का संकट खड़ा है. इसलिए शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह शिक्षा के साथ-साथ संस्कृति व राष्ट्रीयता का भाव बच्चों में विकसित करे.
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जिले के 78 श्रेष्ठ शिक्षकों को मिला सम्मान
शिक्षा, शिक्षार्थी, प्रकृति संस्कृति, विद्यालय विकास एवं समाज सुधार के क्षेत्र में कार्य करने वाले जिले के कुंभलगढ़, आमेट, देवगढ़, भीम खमनोर व राजसमंद ब्लॉक के 78 शिक्षकों को संस्थान की ओर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पेड़ लगाओ, स्वच्छता अपनाओ-जीवन बचाओ जैसे अमृत-वचन लिखे हुए. मेवाड़ के आराध्य देव व धरोहरों के स्मृति चिन्ह एवं पेन भेंट सम्मानित किया गया.
शिक्षकों ने सार्वजनिक रूप से साझा किए कार्य
जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में सम्मानित हुए शिक्षकों ने सार्वजनिक रूप से अपने द्वारा किए गए आदर्श कार्यों, विद्यालय विकास, प्रकृति विकास तथा उपलब्धियों को सार्वजनिक किया. इस अवसर पर गिरजाशंकर मेघवाल, बाबूलाल ऐचरा, सूरजमल मीणा, मांगीलाल गुर्जर, चेतन मेघवाल, बद्रीलाल सेवक, सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे.