राजसमंद. सरकार द्वारा प्रवासियों की घर वापसी की छूट दिए जाने के बाद से ही उदयपुर सीमा पर देलवाड़ा चेक पोस्ट पर बाहर से आने वाले लोगों की लंबी कतारें लग रही हैं. सीमा पोस्ट पर हर वाहन की जांच की जा रही है. लोगों को अलग-अलग उपखंड क्षेत्र के हिसाब से स्क्रीनिंग कर उनकी जानकारी लेने के बाद उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है और संबधित पंचायत के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भेजा जा रहा है.
लॉकडाउन की घोषणा किए जाने से पहले ही देलवाड़ा टोलनाके पर चेक पोस्ट बनाया हुआ था. लेकिन अंदरूनी रास्तो से लोगों के आने की आशंका के चलते चेकपोस्ट को देलवाड़ा के अनंता हॉस्पिटल के पास स्थापित किया गया है.
देलवाड़ा थानाधिकारी नवल किशोर ने बताया कि सभी सीमाओं पर पुलिस पूरी तरह मुस्तैद हैं. किसी भी व्यक्ति को बिना परीक्षण प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है. जिससे कोई भी छिपकर ना निकलने पाए.
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23 अप्रैल में मिला था पहला मरीज
उपखंड अधिकारी ने बताया कि हॉट स्पॉट एरिया से आने वाले लोगों को अलग से क्वॉरेंटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है. बता दें कि 23 अप्रैल को मुम्बई से करौली आए दो युवकों को गांव के स्कूल में क्वॉरेंटाइन कर उनके सैंम्पल उदयपुर भेजे गए थे. जिसमे से एक रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया था. जबकि दूसरे साथी को जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, नाथद्वारा के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था.
ये दोनों ही युवक ट्रक में छिपकर राजसमंद पहुंचे थे. इस बात ने प्रशासन के कान खड़े कर दिए. जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने तुरंत देलवाड़ा में हाइवे पर चेक पोस्ट पर सख्ती बढ़ाने और बाहर से आने वाले हर वाहन की गहनता से जांच करने के आदेश दिए. जिसके सार्थक परिणाम भी मिले और 27 अप्रैल को ट्रक में आ रहे लोगों को पकड़ कर क्वॉरेंटाइन किया गया. जिनमें और कोरोना पॉजिटिव मरीज भी शामिल था.
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प्रशासन की इसी सतर्कता बरतने से संक्रमण के फैलने का खतरा अब कम हो गया है. वहीं पॉजिटिव मरीज मिलने वाले दोनों ही गांव की 1 किलोमीटर सीमा को सील कर दिया गया और सीमा क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है.