जयपुर : नरेश मीणा मामले में प्रस्तावित 25 फरवरी का विधानसभा घेराव अब स्थगित हो गया है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आश्वासन के बाद नरेश मीणा के पिता ने 25 फरवरी को विधानसभा के बाहर प्रस्तावित प्रदर्शन को स्थगित करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने संघर्ष समिति की मांगों पर सकारात्मक चर्चा हुई है. सरकार ने आश्वत किया है कि मांगों पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. सरकार के आश्वासन पर घेराव स्थगित किया है, मांगें पूरी नहीं होने पर 30 मार्च के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
आश्वासन संतुष्ट, 30 मार्च तक इंतजार करेंगे : नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री शर्मा ने उन्हें जयपुर में मुलाकात के लिए बुलाया था. इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को लेकर प्रभावी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिससे वे संतुष्ट हैं. ऐसे में 25 फरवरी को होने वाले प्रदर्शन को स्थगित करने का निर्णय लिया है. अब परिजन सरकार की कार्रवाई पर नजर बनाए रखेंगे और मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए आश्वासन के अनुरूप समुचित कार्रवाई होने की प्रतीक्षा करेंगे. 30 मार्च तक का समय सरकार के पास है. मांगे पूरी नहीं होने पर आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि समरावता में जो कुछ हुआ और उससे जो नुकसान हुआ उसका मुआवजा सरकार दे. मामले की जांच न्याय संगत हो.
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बता दें कि उपचुनाव के दौरान टोंक जिले के समरावता में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और एसडीएम के बीच कहासुनी हो गई थी. इसके बाद नरेश मीणा और एसडीएम के बीच हाथपाई भी हुई थी. मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिए थे. इसके बाद जगह-जगह विरोध देखा गया था. पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया तो उसके समर्थकों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर पथराव किया और आगजनी कर दी.