प्रतापगढ़. जिले में पुलिस ने डोडाचूरा की तस्करी करने वाले इनामी अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के पास से 1 हजार 38 किलो 500 ग्राम डोडा चूरा भी बरामद किया गया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. आरोपी सुन्दरलाल पिता बालुराम शर्मा निवासी गन्धेर थाना प्रतापगढ़ को जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) प्रतापगढ़, उपनिरीक्षक मुंशी मोहम्मद और अरनोध थाना अधिकारी ने धर दबोचा है.
जिला प्रतापगढ की साइबर सेल टीम लगातार जिले के वांछित अपराधियों का डाटा बेस तैयार कर रही है. साथ ही उनको धर पकड़ के लिए सर्विलांस भी बढ़ा दिया है. साइबर सेल की लगातार निगरानी के क्रम में वांछित अपराधी के छिपे होने की सूचना मिली. इसी क्रम मे डीएसटी प्रभारी व उपनिरीक्षक नरेन्द्र सिंह भाटी एवं अरनोद थानाधिकारी मुंशी मोहम्मद ने सुंदरलाल को पकड़ लिया.
पहले तो पुलिस ने महज पूछताछ के लिए सुंदरलाल को उठाया था. परंतु गहन पूछताछ में आरोपी ने अपने अपराध को कबूल कर लिया. बाद में पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किए हैं. साईबर सेल की सूचना पर थाना अरनोद ने एनडीपीएस एक्ट में 2 हजार रुपए का इनामी अपराधी सुन्दरलाल पिता बालुराम शर्मा निवासी गन्धेर को खेरोट फन्टा प्रतापगढ़ से पकड़ा है. आरोपी 1 हजार 38 किलो 500 ग्राम अवैध डोडाचूरा मे वांछित इनामी अपराधी है.
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डोडाचूरा क्या है
डोडा चूरा अफीम का एक उत्पाद है. किसान इससे दूध निकाल कर उसमें से पोस्त दाना अपने पास रख लेते हैं. पोस्त दाना को लोग चटनी बनाने में उपयोग करते हैं. इसके पश्चात शेष बचे डोडे को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित नीति के तहत ही ठेकेदारों को बेचते हैं. यहां के डोडाचूरा में 0.2 प्रतिशत अफीम होती है. यहां के डोडाचूरा मे अफीम की मात्रा देश के अन्य हिस्सों में पैदा होने वाले डोडाचूरा में सर्वाधिक है. यही कारण है कि नशा करने वाले लोग डोडाचूरा से अफीम खुद ही निकाल लेते हैं. गौर है कि सरकार नीति के तहत खरीदने वाले ठेकेदार इसे दर्द निवारक व पेन किलर दवा बनाने वाली कंपनियों को बेचते हैं.