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प्रतापगढ़: पुलिस लाइन में कार्यरत पुलिसकर्मी पत्र छोड़ लापता, एसपी पर गाली-गलौज करने का लगाया आरोप

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Published : Feb 25, 2020, 11:52 PM IST

प्रतापगढ़ के एसपी कार्यालय का एक पुलिसकर्मी मंगलवार को अपने क्वार्टर से लापता हो गया है. इसके साथ ही उसने एक पत्र लिख कर छोड़ा है, जिसमें उसने एसपी पर जातिसूचक शब्दों से गाली-गलौज कर मानसिक रूप से अपमानित करने का आरोप लगाया है.

Pratapgarh news, प्रतापगढ़ की खबर
पुलिस लाइन में कार्यरत एक पुलिसकर्मी पत्र छोड़ हुआ लापता

प्रतापगढ़. जिले के एसपी कार्यालय में कार्यरत एक पुलिसकर्मी मंगलवार को अपने क्वार्टर पर एक पत्र लिखकर लापता हो गया. इस पत्र में उसने पुलिस अधीक्षक की ओर से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए 'नहीं जीने और लौटकर नहीं आने की बात' लिखी. इस संबंध में पुलिसकर्मी की पत्नी ने कोतवाली थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है.

पुलिस लाइन में कार्यरत एक पुलिसकर्मी पत्र छोड़ हुआ लापता

पुलिसकर्मी महेश कुमार मीणा की पत्नी तारा मीणा ने गुमशुदगी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि वह तिलक नगर के सामने पुराने एसपी कार्यालय के सरकारी क्वार्टर में रहती है. उसके पति मेडी टापरा थाना धमोत्तर निवासी महेश कुमार मीणा पुत्र लक्ष्मण 24 फरवरी को एसपी कार्यालय कंट्रोल रूम पर डयूटी के लिए सुबह 9 बजे गए थे. 25 फरवरी की सुबह 11 बजे से पूर्व एसपी ने उनके पति को अपने कार्यालय में बुलाया और जातिसूचक शब्दों से गाली-गलौज कर मानसिक रूप से अपमानित किया.

पढ़ें- प्रतापगढ़ः नेशनल हाइवे 113 पर खाई में जा गिरा ट्रोला, चालक ने कूदकर बचाई जान

इसके बाद उसके पति क्वार्टर नं L-6 पुराना एसपी कार्यालय पर आ गए और एक कागज पर लिखा कि 'मकान बेचकर लोन का पैसा चुका देना, आज के बाद मैं अब घर नही आ पाऊंगा. मुझे एसपी मैडम ने निलंबित कर दिया है, अब मैं नही जी पाऊंगा'. यह लिखकर वे घर से चले गए है, उनका मोबाइल भी मेरे पास हैं. ऐसे में मेरे पति महेश की शीघ्र तलाश की जाए.

उसने बताया कि वह सोमवार को पीहर सुहागपुरा गई हुई थी. मंगलवार की दोपहर करीब एक बजे जब वह क्वार्टर पर आई तो पलंग पर उन्हें पत्र मिला. पास में ही निजी और सरकारी सिम वाले दो मोबाइल रखे थे. घर पर उनके पति की बाइक भी नहीं थी. पत्र पढ़ते ही वह सकते में आ गई और इसके बाद तत्काल रूप से उन्होंने परिजनों को सूचित किया.

तारा ने बताया कि उनके पति महेश करीब 10 साल से डीएसबी शाखा में कार्यरत हैं. एक माह पूर्व उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया था. उन्होंने स्टॉफ साथियों के कहने में आकर एसपी पर निलंबित करने की कार्रवाई का आरोप लगाया.

पढ़ें- प्रतापगढ़ शिवरात्री मेले में प्रसिद्ध कवि कुंवर बेचैन ने की शिरकत, सुबह तक डटे रहे श्रोता

वहीं, पिछड़ी जनजाति के प्रदेश सचिव रमेश मीणा ने बताया कि बीते दिनों इंद्रा मीणा हत्याकांड के संबंध में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ एसपी कार्यालय ज्ञापन देने गया था, जहां मेरे सगे मामा महेश मीणा के मिलने पर उन्होंने उनके पैर भी छूए. इस पर किसी ने एसपी से कहा कि ये बीटीपी का नेता है. इस पर एसपी ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया. हम उस स्टाफ का नाम भी जानते हैं और नाम उजागर भी करेंंगे.

एसपी का कहना है कि महेश मीणा की डयूटी एसपी कार्यालय में नहीं है. उनकी डयूटी पुलिस लाइन में है. मैंने महेश मीणा को सस्पेंड नहीं किया है, पत्र किसने लिखा इसकी पुष्टि नहीं है. महेश के भतीजे से हुई बात के अनुसार महेश को नर्वस सिस्टम की समस्या है, जिसका काफी समय से आयुर्वेदिक इलाज चल रहा है. मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं.

प्रतापगढ़. जिले के एसपी कार्यालय में कार्यरत एक पुलिसकर्मी मंगलवार को अपने क्वार्टर पर एक पत्र लिखकर लापता हो गया. इस पत्र में उसने पुलिस अधीक्षक की ओर से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए 'नहीं जीने और लौटकर नहीं आने की बात' लिखी. इस संबंध में पुलिसकर्मी की पत्नी ने कोतवाली थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है.

पुलिस लाइन में कार्यरत एक पुलिसकर्मी पत्र छोड़ हुआ लापता

पुलिसकर्मी महेश कुमार मीणा की पत्नी तारा मीणा ने गुमशुदगी रिपोर्ट में उल्लेख किया कि वह तिलक नगर के सामने पुराने एसपी कार्यालय के सरकारी क्वार्टर में रहती है. उसके पति मेडी टापरा थाना धमोत्तर निवासी महेश कुमार मीणा पुत्र लक्ष्मण 24 फरवरी को एसपी कार्यालय कंट्रोल रूम पर डयूटी के लिए सुबह 9 बजे गए थे. 25 फरवरी की सुबह 11 बजे से पूर्व एसपी ने उनके पति को अपने कार्यालय में बुलाया और जातिसूचक शब्दों से गाली-गलौज कर मानसिक रूप से अपमानित किया.

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इसके बाद उसके पति क्वार्टर नं L-6 पुराना एसपी कार्यालय पर आ गए और एक कागज पर लिखा कि 'मकान बेचकर लोन का पैसा चुका देना, आज के बाद मैं अब घर नही आ पाऊंगा. मुझे एसपी मैडम ने निलंबित कर दिया है, अब मैं नही जी पाऊंगा'. यह लिखकर वे घर से चले गए है, उनका मोबाइल भी मेरे पास हैं. ऐसे में मेरे पति महेश की शीघ्र तलाश की जाए.

उसने बताया कि वह सोमवार को पीहर सुहागपुरा गई हुई थी. मंगलवार की दोपहर करीब एक बजे जब वह क्वार्टर पर आई तो पलंग पर उन्हें पत्र मिला. पास में ही निजी और सरकारी सिम वाले दो मोबाइल रखे थे. घर पर उनके पति की बाइक भी नहीं थी. पत्र पढ़ते ही वह सकते में आ गई और इसके बाद तत्काल रूप से उन्होंने परिजनों को सूचित किया.

तारा ने बताया कि उनके पति महेश करीब 10 साल से डीएसबी शाखा में कार्यरत हैं. एक माह पूर्व उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया था. उन्होंने स्टॉफ साथियों के कहने में आकर एसपी पर निलंबित करने की कार्रवाई का आरोप लगाया.

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वहीं, पिछड़ी जनजाति के प्रदेश सचिव रमेश मीणा ने बताया कि बीते दिनों इंद्रा मीणा हत्याकांड के संबंध में अन्य कार्यकर्ताओं के साथ एसपी कार्यालय ज्ञापन देने गया था, जहां मेरे सगे मामा महेश मीणा के मिलने पर उन्होंने उनके पैर भी छूए. इस पर किसी ने एसपी से कहा कि ये बीटीपी का नेता है. इस पर एसपी ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया. हम उस स्टाफ का नाम भी जानते हैं और नाम उजागर भी करेंंगे.

एसपी का कहना है कि महेश मीणा की डयूटी एसपी कार्यालय में नहीं है. उनकी डयूटी पुलिस लाइन में है. मैंने महेश मीणा को सस्पेंड नहीं किया है, पत्र किसने लिखा इसकी पुष्टि नहीं है. महेश के भतीजे से हुई बात के अनुसार महेश को नर्वस सिस्टम की समस्या है, जिसका काफी समय से आयुर्वेदिक इलाज चल रहा है. मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं.

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