प्रतापगढ़. लॉकडाउन के बीच सरकार की ओर से गरीबों की सहायता के लिए बड़ी संख्या में गेहूं से भर के ट्रक क्षेत्र के गांवों में राशन डीलर की दुकानों तक पंहुच रहे है, लेकिन इसके चलते गेहूं की कालाबाजारी का काम भी जोरों से चल रहा है. सोमवार को शहर के जीरो माइल चौराहे पर समाजसेवी संगठनों की ओर से तीन ट्रक में से गेहूं निकालते हुए कुछ लोगों को देखा और इसकी सूचना शहर पुलिस को दी. जिस पर पुलिस ने तीन ट्रक गेहूं से भरे हुए जब्त कर थाने में पहुंचाया और इसकी सूचना जिला रसद अधिकारी विनय शर्मा को दी.
साथ ही पुलिस और रसद अधिकारी की मौजूदगी में ट्रक में से जिस घुमटी में गेहूं खाली किये गए थे वहां से भी करीब 30 बोरी गेहूं को जब्त किया गया है. समाजसेवी संगठन के कार्यकर्ता गोपाल मोदी का आरोप है कि पिछले कुछ दिनों से लॉकडाउन का फायदा उठा कर कई राशन डीलर गेहूं की कालाबाजारी कर रहे हैं.
सामजिक संगठन के कार्यकर्ताओं का ये भी आरोप है कि राशन की कालाबाजारी की सूचना डीएसओ को देने के बाद भी वह काफी देर तक मौके पर नहीं पंहुचे. इसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाना पड़ा. अधिकारियों की लापरवाही के चलते कई देर तक कालाबाजारी करने वाले लोगों से लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ी और उन्हें रोकना पड़ा.
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लोगों का कहना है कि इस गेहूं को वह चोरी-छिपे सांठगांठ कर बेच रहे थे. मौके पर कार्रवाई में लेटलतीफी के चलते विधायक रामलाल मीणा भी मौके पर पहुंचे और शहर कोतवाल और रसद अधिकारी विनय शर्मा से गेहूं की कालेबाजारी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ट्रक मालिकों और गेहूं के खरीददारों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया.