प्रतापगढ़. रबी की फसल की बुवाई की शुरुआत के साथ ही खाद्यान्न की कालाबाजारी और किसानों की परेशानी शुरू हो गई है. जिले के बसाड़ गांव में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. बसाड़ की कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति में व्यवस्थापक की ओर से रविवार के दिन भी कुछ चहेते लोगों को खाद्यान्न देने का मामला सामने आया है.
यहां के व्यवस्थापक पर किसानों ने कुछ चहेते लोगों को ही खाद्यान्न देने के आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि व्यवस्थापक भगतराम बैरागी सभी किसानों को खाद्यान्न नहीं दे रहा है.
गांव के ही संजय आंजना और जगदीश गायरी जो कि एक किसान है ने बताया कि सुबह बहुउद्देशीय समिति पर किसानों को खाद्यान्न देते हुए देखकर वो भी खाद्यान्न लेने पहुंचे जिस पर व्यवस्थापक ने खाद्यान्न नहीं होने की बात कह कर उन्हें वहां से रवाना कर दिया. इस पर जब किसानों ने खाद्यान्न नहीं देने की वजह पूछी तो व्यवस्थापक की ओर से छुट्टी का बहाना बनाया गया.
इस दौरान कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति में अन्य किसानों और कुछ लोगों को व्यवस्थापक की ओर से खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जा रहा था. किसानों का आरोप है कि व्यवस्थापक अपने कुछ चाहे तो को आसानी से खाद्यान्न उपलब्ध करवा देता है. वहीं, गांव के किसान और अन्य लोगों को खाद्यान्न के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं. इस समय रबी की फसल की बुवाई का समय चल रहा है ऐसे में किसानों को खाद्यान्न की अधिक आवश्यकता है, लेकिन सहकारी समिति के व्यवस्थापक की लापरवाही के चलते किसानों को समय पर खाद्य नहीं मिल पा रहा है.
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वहीं, पूरे मामले में कृषि बहुउद्देशीय सहकारी समिति के व्यवस्थापक भगतराम बैरागी का कहना है कि हमारे पास खाद्यान्न भरपूर उपलब्ध है और किसानों को उनके जगह के अनुसार खाद्यान्न उपलब्ध भी करवाया जा रहा है. वहीं पूरे मामले में क्षेत्र के किसानों का कहना है कि रविवार की छुट्टी के दिन भी व्यवस्थापक की ओर से अपने चहेतों को खाद्यान्न दिया जा रहा है. वहीं जरूरतमंद किसानों को खाद्य देने से साफ इंकार कर व्यवस्थापक खाद्यान्न की काले बाजरी कर रहा है.