ETV Bharat / state

Holi के अनोखे रंग: चंग की थाप पर बता रहे कैसे करना है Corona से बचाव

पाली में होली के अनोखे रंग देखने को मिल रहे हैं. होली के त्योहार पर पाली के लोग गेर खेलकर मनाते हैं. गेर भी शहर के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है. वहीं शहर में कोरोना वायरस को लेकर जागरुकता फैलाने का एक अनोखा तरीका भी देखने को मिला. जिसके तहत कोरोना से न घबराने का संदेश दिया गया. होली के त्योहार पर पाली में और क्या है खास जानने के लिए देखिए ये खास रिपोर्ट.

पाली में होली, holi in pali
पाली में होली
author img

By

Published : Mar 9, 2020, 12:28 PM IST

पाली. रंगों के त्योहार होली का रंग पाली की संस्कृति में घुलने लगा है. पाली की रंगारंग संस्कृति अब होली के त्यौहार के साथ सामने आने लगी है. जहां पाली के शहरों में होली दहन को लेकर तैयारी चल रही है. वहीं गांव की चौपालों और चौराहों पर गैर और रंग की मस्ती ने धूम मचा रखी है. इस दौरान शहर में एक और अनोखा दृश्य देखने को मिला. जहां जगदीश माली नाम का एक चाय विक्रेता कोरोना वायरस को लेकर अलग ही अंदाज में जागरुकता फैलाता दिखा.

पाली में दिखे होली के अनोखे रंग

इस व्यापारी ने होली के गीतों की तर्ज पर कोरोना वायरस को लेकर गाना बनाया और बीच चौराहे पर जागरुकता फैलाने के लिए गाया. इस दौरान उन्होंने ये गानें चंग की थाप और मंजीरे की ताल पर गाए. वहीं ग्रामीण अपने घरेलू कार्यों से समय निकालकर अपनी परंपरागत संस्कृति को जिंदा रखे हुए हैं. पाली की रंगारंग संस्कृति ने राजस्थान में अपनी एक अमिट छाप छोड़ रखी है. पाली के देसूरी क्षेत्र में खेले जाने वाले गैर के तहत महिलाओं ने होली के पहले दिन संस्कृति को बरकरार रखा.

वहीं अलग-अलग गांव में बुजुर्गों ने गेर नृत्य कर होली का त्योहार मनाया जा रहा है. आपको बता दें कि पाली में शीतला सप्तमी तक होली के त्यौहार का लोग यूं ही आनंद उठाने वाले हैं. वहीं, अलग-अलग तरह से गेर की परंपराओं का निर्वाहन होने वाला है.

शहर में होंगे अलग-अलग आयोजन

जानकारी के अनुसार पाली में होली को लेकर अगले कई दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन होने वाला है. जिसमें होली, धुलंडी के दूसरे दिन पाली के गांवों में शाही गेर का आयोजन होने वाला है. जिसमें पाली के सभी समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और अपनी संस्कृति में गेर नृत्य की प्रस्तुति करते हुए शहर के मुख्य मार्गों से गुजरेंगे.

पढ़ें: आई होली आई रे : मथुरा, वृंदावन में मची धूम, बांके बिहारी मंदिर में दिखा अद्भुत नजारा

वहीं, दूसरे दिन पाली में बादशाह की सवारी निकाली जाएगी. सवारी निकलने के बाद होलिका दहन होगा. जिसके बाद बन्द बाजार फिर से खुलेंगे. बादशाह की सवारी निकलने के दौरान बादशाह बीरबल की ओर से व्यापारियों और पाली की जनता में खर्ची बांटी जाएगी. इन सभी कार्यक्रमों को लेकर पाली में प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

पुलिस बल तैनात

वहीं सांप्रदायिक सौहार्द को देखते हुए पाली में पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है. कई क्षेत्रों में ड्रोन से पुलिस ने कड़ी सुरक्षा रखी है. इन सभी के बावजूद भी शांति व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए पाली जिला कलेक्टर की ओर से आगामी 20 मार्च तक धारा 144 लागू कर दी गई है. जिसमें सभी प्रकार के आपत्तिजनक गीतों, हथियार लेकर घूमने और अश्लीलता करने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन की ओर से तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर जिला कलेक्टर की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में क्षेत्रपाल भी नियुक्त किए गए हैं.

पाली. रंगों के त्योहार होली का रंग पाली की संस्कृति में घुलने लगा है. पाली की रंगारंग संस्कृति अब होली के त्यौहार के साथ सामने आने लगी है. जहां पाली के शहरों में होली दहन को लेकर तैयारी चल रही है. वहीं गांव की चौपालों और चौराहों पर गैर और रंग की मस्ती ने धूम मचा रखी है. इस दौरान शहर में एक और अनोखा दृश्य देखने को मिला. जहां जगदीश माली नाम का एक चाय विक्रेता कोरोना वायरस को लेकर अलग ही अंदाज में जागरुकता फैलाता दिखा.

पाली में दिखे होली के अनोखे रंग

इस व्यापारी ने होली के गीतों की तर्ज पर कोरोना वायरस को लेकर गाना बनाया और बीच चौराहे पर जागरुकता फैलाने के लिए गाया. इस दौरान उन्होंने ये गानें चंग की थाप और मंजीरे की ताल पर गाए. वहीं ग्रामीण अपने घरेलू कार्यों से समय निकालकर अपनी परंपरागत संस्कृति को जिंदा रखे हुए हैं. पाली की रंगारंग संस्कृति ने राजस्थान में अपनी एक अमिट छाप छोड़ रखी है. पाली के देसूरी क्षेत्र में खेले जाने वाले गैर के तहत महिलाओं ने होली के पहले दिन संस्कृति को बरकरार रखा.

वहीं अलग-अलग गांव में बुजुर्गों ने गेर नृत्य कर होली का त्योहार मनाया जा रहा है. आपको बता दें कि पाली में शीतला सप्तमी तक होली के त्यौहार का लोग यूं ही आनंद उठाने वाले हैं. वहीं, अलग-अलग तरह से गेर की परंपराओं का निर्वाहन होने वाला है.

शहर में होंगे अलग-अलग आयोजन

जानकारी के अनुसार पाली में होली को लेकर अगले कई दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन होने वाला है. जिसमें होली, धुलंडी के दूसरे दिन पाली के गांवों में शाही गेर का आयोजन होने वाला है. जिसमें पाली के सभी समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और अपनी संस्कृति में गेर नृत्य की प्रस्तुति करते हुए शहर के मुख्य मार्गों से गुजरेंगे.

पढ़ें: आई होली आई रे : मथुरा, वृंदावन में मची धूम, बांके बिहारी मंदिर में दिखा अद्भुत नजारा

वहीं, दूसरे दिन पाली में बादशाह की सवारी निकाली जाएगी. सवारी निकलने के बाद होलिका दहन होगा. जिसके बाद बन्द बाजार फिर से खुलेंगे. बादशाह की सवारी निकलने के दौरान बादशाह बीरबल की ओर से व्यापारियों और पाली की जनता में खर्ची बांटी जाएगी. इन सभी कार्यक्रमों को लेकर पाली में प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

पुलिस बल तैनात

वहीं सांप्रदायिक सौहार्द को देखते हुए पाली में पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है. कई क्षेत्रों में ड्रोन से पुलिस ने कड़ी सुरक्षा रखी है. इन सभी के बावजूद भी शांति व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए पाली जिला कलेक्टर की ओर से आगामी 20 मार्च तक धारा 144 लागू कर दी गई है. जिसमें सभी प्रकार के आपत्तिजनक गीतों, हथियार लेकर घूमने और अश्लीलता करने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन की ओर से तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर जिला कलेक्टर की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में क्षेत्रपाल भी नियुक्त किए गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.