ETV Bharat / state

विधायकों का रिपोर्ट कार्डः विकास कार्यों पर खर्च करने में कंजूसी, पाली से देखें ये खास रिपोर्ट... - पाली विधायकों की खबर

प्रदेश की सरकार अपना 1 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुकी है. अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों का जिम्मा वहां के विधायकों का होता है. पाली जिले के विधानसभा क्षेत्रों के सभी 6 विधायक अपने कोष की कितनी राशि खर्च कर रहे हैं और कितने विकास कार्य स्वीकृत हुए हैं. इसको लेकर पढ़िए ये खास रिपोर्ट.....

पाली विधायक रिपोर्ट कार्ड,  Shift MLA report card,  पाली विधायक राशि कोष,  pali MLA funds
विधायकों का रिपोर्ट कार्ड
author img

By

Published : Jan 11, 2020, 1:18 PM IST

पाली. प्रदेश सरकार को 1 साल पूरा हो चुका है. पाली जिले से निर्वाचित सभी विधायकों ने भी चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र के मतदाताओं को रिझाने के लिए कई वादे किए थे. लेकिन इस 1 साल में कोई भी विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोई भी बड़ा काम नहीं करवा पाया. हालांकि अभी सरकार बने बस 1 साल ही हुआ है, लेकिन विधायक अपने अब तक के कार्यकाल में जिले या अपने क्षेत्र को कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं दिला पाए. यहां तक, कि खुद के क्षेत्र के विकास के लिए मिलने वाले विधायक कोष की राशि तक वे अपने क्षेत्र में पूरी तरह खर्च नहीं कर पाए. जबकि पहली किश्त के रूप में 112. 50 लाख के बजट का आवंटन भी हो गया.

विधायकों का रिपोर्ट कार्ड

विधायकों ने अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए अनुशंसा तो की, लेकिन वित्तीय स्वीकृति नहीं मिलने से विकास कार्य शुरू नहीं हो पाए. इसके साथ ही खुद को मिले बजट से मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, सोजत विधायक शोभा चौहान को तो एक भी कार्य की वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली. हालांकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के चलते कांग्रेस समर्थित मारवाड़ जंक्शन विधायक ने अपने क्षेत्र में विकास के कुछ कार्य जरूर करवाए. वहीं अन्य विधायकों ने भी विधानसभा में अपने अपने क्षेत्र की समस्या जरूर उठाई. लेकिन कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट पाली को नहीं दिला पाए.

विधायकों का रिपोर्ट कार्ड

पढ़ेंः गांवां री सरकार: पाली की 98 ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच के लिए कल होगा नामांकन

अगर बात करें विधायकों से मिलने वाले बजट से 1 साल के कार्यकाल की तो बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने जरूर कार्य करवाए हैं. उन्होंने सबसे अधिक 82 कार्यों के लिए अनुशंसा की. इसमें से 19 कार्यों को स्वीकृति भी मिली. इसके अलावा पाली विधायक ज्ञानचंद पारख ने 46 कार्यों की अनुशंसा की, जबकि चार की ही वित्तीय स्वीकृति मिली. इसी तरह से सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत ने 43 कार्य की अनुशंसा की और एक कार्य की ही वित्तीय स्वीकृति मिली.

पढ़ेंः टिड्डी का खौफः सुमेरपुर उपखंड क्षेत्र में टिड्डी दल आने की संभावना को लेकर प्रशासन अलर्ट

इसी कड़ी में जैतारण विधायक अविनाश गहलोत ने 64 कार्यों की अनुशंसा की, लेकिन स्वीकृति केवल एक कार्य की ही मिली. सोजत विधायक शोभा चौहान ने 1 वर्ष में 11 कार्यों की अनुशंसा की, लेकिन वित्तीय स्वीकृति एक भी कार्य की नहीं मिल पाई. वहीं मारवाड़ जंक्शन विधायक ने इस एक साल में एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की थी.


एक नजर विधायक साहब के रिपोर्ट कार्ड परः

जैतारण विधानसभा विधायक अविनाश गहलोतः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. इसमें से अविनाश गहलोत ने 64 कार्यों की अनुशंसा की. इन कार्यों के लिए 213 लाख रुपए की अनुशंसा हुई.प्रशासनिक स्तर पर एक कार्य को ही स्वीकृति मिल पाई. वहीं वित्तीय स्वीकृति एक भी कार्य को नहीं मिल पाई. ऐसे में अबतक जैतारण क्षेत्र में एक भी विकास कार्य नहीं हो पाया. विधायक अविनाश गहलोत ने विधानसभा के दौरान जैतारण क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था, क्षतिग्रस्त सड़कें, पेयजल संकट और नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार सहित कई मामलों को उठाया.

सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावतः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. विधायक कुमावत ने 43 कार्यों की अनुशंसा की, जिसका खर्च 222. 81 लाख रूपए बताया गया. इनमें से प्रशासनिक स्वीकृति 7 कार्यों को ही मिल पाई. वहीं वित्तीय स्वीकृति सिर्फ एक कार्य को ही मिल पाई. पिछले 1 साल में कुमावत ने सुमेरपुर क्षेत्र में डॉक्टर लगाने, बानियावास बांध में नेहरू के चौड़ीकरण, क्षेत्र में सड़कें बनाने और जवाई बांध के पुनर्भरण का मुद्दा विधानसभा में लगातार उठाया.

पाली विधायक ज्ञानचंद पारखः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. इसमें से ही विधायक ज्ञानचंद पारख ने 46 कार्यों की अनुशंसा की. इन कार्यों के लिए 173. 0 4 लाख रुपए के अनुशंसा की गई. प्रशासनिक स्तर पर 33 कार्यों को स्वीकृति मिली. वहीं वित्तीय स्वीकृति चार कार्यों को ही मिल पाई. विधायक ज्ञानचंद पारख ने इस 1 साल में सबसे बेहतर कार्य किया. साल 2024 तक प्रत्येक घर तक पानी की योजना में रोहट क्षेत्र को शामिल कराया. वहीं क्षेत्र की सड़कों को लेकर भी विधानसभा में मुद्दा उठाया.

सोजत विधायक शोभा चौहानः विधायक चौहान ने1 साल में 11 कार्यों की अनुशंसा करते हुए 74. 50 लाख रुपए की अनुशंसा की. प्रशासनिक स्तर पर केवल एक कार्य को ही स्वीकृति मिल पाई. वहीं वित्तीय स्वीकृति उस एक कार्य को भी नहीं मिल पाई. विधानसभा के दौरान चौहान ने अस्पताल में डॉक्टर लगाने, सीवरेज सहित सोजत के कई मामलों को उठाया.

मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह जोजावरः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. विधायक ने एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की. इन्होंने विधानसभा के दौरान रानी क्षेत्र में कोर्ट, आवासीय विद्यालय, रानी और देसूरी तहसील के 79 गांवों के लिए जवाई पेयजल योजना, काली घाटी में सड़क और जोजावर सीएससी को क्रमोन्नत करने जैसे मुद्दे उठाए.

पाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावतः विधायक जोरावर ने 82 कार्यों की अनुशंसा की. इन कार्यों के लिए 478 लाख रुपए की अनुशंसा हुई. प्रशासनिक तौर पर 25 कार्यों को स्वीकृति मिली. वहीं 19 कार्यों को वित्तीय स्वीकृति मिल पाई. वहीं राणावत ने विधानसभा के दौरान 19 विकास कार्य, विकास पथ सड़कों का निर्माण, क्षेत्र में पानी की टंकियों का निर्माण, बाली क्षेत्र में नई सड़कें बनाने, डॉक्टर लगाने सहित अन्य कई मुद्दों को विधानसभा में उठाया.

पाली. प्रदेश सरकार को 1 साल पूरा हो चुका है. पाली जिले से निर्वाचित सभी विधायकों ने भी चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र के मतदाताओं को रिझाने के लिए कई वादे किए थे. लेकिन इस 1 साल में कोई भी विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोई भी बड़ा काम नहीं करवा पाया. हालांकि अभी सरकार बने बस 1 साल ही हुआ है, लेकिन विधायक अपने अब तक के कार्यकाल में जिले या अपने क्षेत्र को कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं दिला पाए. यहां तक, कि खुद के क्षेत्र के विकास के लिए मिलने वाले विधायक कोष की राशि तक वे अपने क्षेत्र में पूरी तरह खर्च नहीं कर पाए. जबकि पहली किश्त के रूप में 112. 50 लाख के बजट का आवंटन भी हो गया.

विधायकों का रिपोर्ट कार्ड

विधायकों ने अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए अनुशंसा तो की, लेकिन वित्तीय स्वीकृति नहीं मिलने से विकास कार्य शुरू नहीं हो पाए. इसके साथ ही खुद को मिले बजट से मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, सोजत विधायक शोभा चौहान को तो एक भी कार्य की वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली. हालांकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के चलते कांग्रेस समर्थित मारवाड़ जंक्शन विधायक ने अपने क्षेत्र में विकास के कुछ कार्य जरूर करवाए. वहीं अन्य विधायकों ने भी विधानसभा में अपने अपने क्षेत्र की समस्या जरूर उठाई. लेकिन कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट पाली को नहीं दिला पाए.

विधायकों का रिपोर्ट कार्ड

पढ़ेंः गांवां री सरकार: पाली की 98 ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच के लिए कल होगा नामांकन

अगर बात करें विधायकों से मिलने वाले बजट से 1 साल के कार्यकाल की तो बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने जरूर कार्य करवाए हैं. उन्होंने सबसे अधिक 82 कार्यों के लिए अनुशंसा की. इसमें से 19 कार्यों को स्वीकृति भी मिली. इसके अलावा पाली विधायक ज्ञानचंद पारख ने 46 कार्यों की अनुशंसा की, जबकि चार की ही वित्तीय स्वीकृति मिली. इसी तरह से सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत ने 43 कार्य की अनुशंसा की और एक कार्य की ही वित्तीय स्वीकृति मिली.

पढ़ेंः टिड्डी का खौफः सुमेरपुर उपखंड क्षेत्र में टिड्डी दल आने की संभावना को लेकर प्रशासन अलर्ट

इसी कड़ी में जैतारण विधायक अविनाश गहलोत ने 64 कार्यों की अनुशंसा की, लेकिन स्वीकृति केवल एक कार्य की ही मिली. सोजत विधायक शोभा चौहान ने 1 वर्ष में 11 कार्यों की अनुशंसा की, लेकिन वित्तीय स्वीकृति एक भी कार्य की नहीं मिल पाई. वहीं मारवाड़ जंक्शन विधायक ने इस एक साल में एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की थी.


एक नजर विधायक साहब के रिपोर्ट कार्ड परः

जैतारण विधानसभा विधायक अविनाश गहलोतः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. इसमें से अविनाश गहलोत ने 64 कार्यों की अनुशंसा की. इन कार्यों के लिए 213 लाख रुपए की अनुशंसा हुई.प्रशासनिक स्तर पर एक कार्य को ही स्वीकृति मिल पाई. वहीं वित्तीय स्वीकृति एक भी कार्य को नहीं मिल पाई. ऐसे में अबतक जैतारण क्षेत्र में एक भी विकास कार्य नहीं हो पाया. विधायक अविनाश गहलोत ने विधानसभा के दौरान जैतारण क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था, क्षतिग्रस्त सड़कें, पेयजल संकट और नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार सहित कई मामलों को उठाया.

सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावतः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. विधायक कुमावत ने 43 कार्यों की अनुशंसा की, जिसका खर्च 222. 81 लाख रूपए बताया गया. इनमें से प्रशासनिक स्वीकृति 7 कार्यों को ही मिल पाई. वहीं वित्तीय स्वीकृति सिर्फ एक कार्य को ही मिल पाई. पिछले 1 साल में कुमावत ने सुमेरपुर क्षेत्र में डॉक्टर लगाने, बानियावास बांध में नेहरू के चौड़ीकरण, क्षेत्र में सड़कें बनाने और जवाई बांध के पुनर्भरण का मुद्दा विधानसभा में लगातार उठाया.

पाली विधायक ज्ञानचंद पारखः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. इसमें से ही विधायक ज्ञानचंद पारख ने 46 कार्यों की अनुशंसा की. इन कार्यों के लिए 173. 0 4 लाख रुपए के अनुशंसा की गई. प्रशासनिक स्तर पर 33 कार्यों को स्वीकृति मिली. वहीं वित्तीय स्वीकृति चार कार्यों को ही मिल पाई. विधायक ज्ञानचंद पारख ने इस 1 साल में सबसे बेहतर कार्य किया. साल 2024 तक प्रत्येक घर तक पानी की योजना में रोहट क्षेत्र को शामिल कराया. वहीं क्षेत्र की सड़कों को लेकर भी विधानसभा में मुद्दा उठाया.

सोजत विधायक शोभा चौहानः विधायक चौहान ने1 साल में 11 कार्यों की अनुशंसा करते हुए 74. 50 लाख रुपए की अनुशंसा की. प्रशासनिक स्तर पर केवल एक कार्य को ही स्वीकृति मिल पाई. वहीं वित्तीय स्वीकृति उस एक कार्य को भी नहीं मिल पाई. विधानसभा के दौरान चौहान ने अस्पताल में डॉक्टर लगाने, सीवरेज सहित सोजत के कई मामलों को उठाया.

मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह जोजावरः पहली किश्त में 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया. विधायक ने एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की. इन्होंने विधानसभा के दौरान रानी क्षेत्र में कोर्ट, आवासीय विद्यालय, रानी और देसूरी तहसील के 79 गांवों के लिए जवाई पेयजल योजना, काली घाटी में सड़क और जोजावर सीएससी को क्रमोन्नत करने जैसे मुद्दे उठाए.

पाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावतः विधायक जोरावर ने 82 कार्यों की अनुशंसा की. इन कार्यों के लिए 478 लाख रुपए की अनुशंसा हुई. प्रशासनिक तौर पर 25 कार्यों को स्वीकृति मिली. वहीं 19 कार्यों को वित्तीय स्वीकृति मिल पाई. वहीं राणावत ने विधानसभा के दौरान 19 विकास कार्य, विकास पथ सड़कों का निर्माण, क्षेत्र में पानी की टंकियों का निर्माण, बाली क्षेत्र में नई सड़कें बनाने, डॉक्टर लगाने सहित अन्य कई मुद्दों को विधानसभा में उठाया.

Intro:पाली. प्रदेश सरकार को 1 साल पूरा होने को आ चुका है। पाली जिले से निर्वाचित सभी विधायकों ने भी चुनाव के दौरान अपने क्षेत्र के मतदाताओं को रिझाने के लिए कई वादे किए थे। लेकिन इस 1 साल में कोई भी विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोई भी बड़ा काम नहीं करवा पाया। हालांकि अभी सरकार बने 1 साल हुआ है। लेकिन वह अपने अब तक के कार्यकाल में जिले या अपने क्षेत्र को बड़ा प्रोजेक्ट नहीं दिला पाए। यहां तक कि खुद के क्षेत्र के विकास के लिए मिलने वाले विधायक कोष की राशि तक भी वे अपने क्षेत्र में खर्च नहीं कर पाए। जबकि पहली किस्त के रूप में 112. 50 लाख के बजट का आवंटन भी हो गया। विधायकों ने अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए अनुशंसा तो की लेकिन वित्तीय स्वीकृति नहीं मिलने से विकास कार्य शुरू नहीं हो पाए और खुद को मिले बजट से मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, सोजत विधायक शोभा चौहान को तो एक भी कार्य की वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली। हालांकि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के चलते कांग्रेस समर्थित मारवाड़ जंक्शन विधायक ने अपने क्षेत्र में विकास के कुछ कार्य जरूर करवाएं। वहीं अन्य विधायकों ने भी विधानसभा में अपने अपने क्षेत्र की समस्या जरूर उठाई। लेकिन कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट पाली को नहीं ला पाए।


Body:विधायकों से मिलने वाले बजट से 1 साल के कार्यकाल में बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने जरूर कार्य करवाए हैं। उन्होंने सबसे अधिक 82 कार्यों के लिए अनुशंसा की, इसमें से 19 कार्यों को स्वीकृति भी मिली। इसके अलावा पाली विधायक ज्ञानचंद पारख ने 46 कार्यों की अनुशंसा की, जबकि चार की ही वित्तीय स्वीकृति मिली। इसी तरह से सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत ने 43 कार्य की अनुशंसा की और एक कार्य की ही वित्तीय स्वीकृति मिली। वहीं जैतारण विधायक अविनाश गहलोत ने 64 व विधायक ने 11 कार्यों के अनुशंसा की, स्वीकृति इक्की भी नहीं मिली। मारवाड़ जंक्शन विधायक एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की थी।


Conclusion: विधायक साहब का रिपोर्ट कार्ड

- जैतारण विधानसभा के विधायक अविनाश गहलोत को पहली किस्त 112.50 लाख रुपए का आवंटन किया गया। इसमें से गहलोत ने 64 कार्यों की अनुशंसा की। इन कार्यों के लिए 213 लाख रुपए की अनुशंसा हुई। प्रशासनिक स्तर पर एक कार्य को ही स्वीकृति मिल पाई। वहीं वित्तीय स्वीकृति एक को भी नहीं मिल पाई। ऐसे में अभी तक जैतारण क्षेत्र में एक भी विकास कार्य नहीं हो पाया। इन्होंने विधानसभा के दौरान जैतारण क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था, क्षतिग्रस्त सड़कें, पेयजल संकट व नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार सहित कई मामलों को उठाया।


- पाली विधायक ज्ञानचंद पारख को भी पहली किस्त 112. 50 लाख रुपए आवंटित हुए। इसमें से ही विधायक ज्ञानचंद पारख ने 46 कार्यों के अनुशंसा कि। इन कार्यों के लिए 173. 0 4 लाख रुपए के अनुशंसा की गई। प्रशासनिक स्तर पर 33 कार्यों को स्वीकृति मिली। वहीं वित्तीय स्वीकृति चार कार्यों को ही मिल पाई। विधायक ज्ञानचंद पारख ने इसे 1 वर्ष में सबसे बेहतर कार्य वर्ष 2024 तक प्रत्येक घर तक पानी की योजना में रोहट क्षेत्र को शामिल कराया। वहीं क्षेत्र की सड़कों को लेकर भी विधानसभा में मुद्दा उठाया।


- सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत को भी नियमों के तहत 112. 50 लाख रुपए की पहली किस्त आवंटित हुई। विधायक कुमावत ने 43 कार्यों की अनुशंसा की, जिसका खर्च 222. 81 लाख रूपए अनुशंसा हुई। इनमें से प्रशासनिक स्वीकृति 7 कार्यों को मिल पाई। वहीं वित्तीय स्वीकृति मात्र एक कार्य को ही मिल पाई। पिछले 1 वर्ष में कुमावत ने सुमेरपुर क्षेत्र में डॉक्टर लगाने, बानियावास बांध में नेहरू के चौड़ीकरण, क्षेत्र में सड़कें बनाने व जवाई बांध के पुनर्भरण का मुद्दा विधानसभा में लगातार उठाया।


- मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीर सिंह जोजावर को पहली किस 112. 50 लाख रुपए आवंटित हुए। विधायक ने एक भी कार्य की अनुशंसा नहीं की। इन्होंने विधानसभा के दौरान रानी क्षेत्र में कोर्ट, आवासीय विद्यालय, रानी व देसूरी तहसील के 79 गांवों के लिए जवाई पेयजल योजना, काली घाटी में सड़क व जोजावर सीएससी को क्रमोन्नत करने जैसे मुद्दे उठाए।


- पाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने 82 कार्यों की अनुशंसा कि, इन कार्यों के लिए 478 लाख रुपए की अनुशंसा हुई। प्रशासनिक तौर पर 25 कार्यों को स्वीकृति मिली। वहीं 19 कार्यों को वित्तीय स्वीकृति मिल पाई। राणावत ने विधानसभा के दौरान 19 विकास कार्य, विकास पथ सड़कों का निर्माण, क्षेत्र में पानी की टंकियों का निर्माण, बाली क्षेत्र में नई सड़कें बनाने, डॉक्टर लगाने सहित अन्य कई मुद्दों को विधानसभा में उठाया।

- सोजत विधायक शोभा चौहान ने 1 वर्ष में 11 कार्यों की अनुशंसा करते हुए 74. 50 लाख रुपए की अनुशंसा की। प्रशासनिक स्तर पर एक कार्य को स्वीकृति मिल पाई। वहीं वित्तीय स्वीकृति उस एक कार्य को भी नहीं मिल पाई। विधानसभा के दौरान चौहान ने अस्पताल में डॉक्टर लगाने सीवरेज सहित सोजत के कई मामलों को उठाया।



समाचार में पहली बाईट जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, दूसरी सुमेरपुर विधायक जोराराम कुमावत, तीसरी बाईट पाली विधायक ज्ञानचंद पाराख, चौथी बाईट सोजत विफ़हयक शोभा चौहान की है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.