पाली. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद भी पाली में संचालित हो रहे ट्रीटमेंट प्लांटों पर लापरवाही का दौर खत्म नहीं हो रहा है. सोमवार को ट्रीटमेंट प्लांट 4 में रंगीन पानी ओवरफ्लो होकर पूरे परिसर में फैल गया. फैक्ट्रियों से सीधा पानी आने के कारण इसमें केमिकल युक्त सिलेस भी भारी मात्रा में था. ऐसे में परिसर में कीचड़ भी जमा हो गया.
मामले की जानकारी मिलने के बाद पूर्व में कार्यरत रहे श्रमिक वहां पहुंचे और हंगामा करने का प्रयास किया. आनन-फानन में सीईटीपी (CETP) के प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंच पानी पर स्लज और ट्रैक्टर से मिट्टी भरकर डलवा दी.
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इस मामले की जानकारी मिलने के बाद प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों ने पंप को शुरू करवा कर पूरे पानी को प्लांट में वापस अंदर करवाया. साथ ही स्लज को सुव्यवस्थित तरीके से निस्तारण करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही सीईटीपी की लापरवाही मानते हुए प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों ने सीईटीपी को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब देने के लिए कहा है.
बता दें कि इससे पहले भी ट्रीटमेंट प्लांट पर इस तरह की लापरवाही की जा चुकी है. कई बार सीईटीपी की ओर से लापरवाही ढकने के लिए इस कीचड़ को सीधे ही नदी में या खुले में डाल दिया जाता है. जिसके कारण पाली में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है.