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चूरू के जवान सतीश कुमार द्रास ग्लेशियर में शहीद, पेट्रोलिंग के दौरान पहाड़ी से फिसला था पैर - JAWAN MARTYRED IN JK

चूरू का जवान सतीश कुमार द्रास ग्लेशियर में शहीद हो गए. पेट्रोलिंग के दौरान पहाड़ी से पैर फिसलने से ये हादसा हुआ.

चूरू का जवान सतीश कुमार शहीद
चूरू का जवान सतीश कुमार शहीद (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 21, 2025, 10:35 AM IST

Updated : Jan 21, 2025, 11:01 AM IST

चूरू : जिले के सादुलपुर तहसील के गांव ठीमाऊ बड़ी निवासी भारतीय सेना के जवान देश की रक्षा करता हुआ शहीद हो गए. इस संबंध में भारतीय सेना के सेवानिवृत अधिकारी वीडी पूनिया ने बताया कि ठिमाऊ बड़ी निवासी हवलदार क्लर्क सतीश स्वामी जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए हैं.

उन्होंने बताया कि गांव के ही बुधराम स्वामी के दो पुत्र हैं, जिसमें सतीश स्वामी सेना में थे और अविवाहित थे. जवान सतीश स्वामी 5 वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और 5 गोरखा राइफल रेजिमेंट (फ्रंटियर फोर्स) में नायक के पद पर तैनात थे. मंगलवार को सैनिक का पार्थिव शरीर सादुलपुर पहुंचेगा. यहां से उनके पैतृक गांव ठिमाऊ बड़ी तक 25 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी. सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

जवान के परिजन (ETV Bharat Churu)

पढे़ं. शहीद नीतीश का पार्थिव शरीर आज पहुंचे पैतृक गांव, सैनिक सम्मान के साथ दी जाएगी अंतिम विदाई

5 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे सतीश : शहीद के चचेरे भाई प्रमोद स्वामी ने बताया कि सतीश स्वामी के परिवार में पिता बुद्धराज स्वामी, माता सुमित्रा देवी और बड़े भाई रविंद्र स्वामी हैं. पिता बुद्धराज स्वामी उदयपुर सिटी पैलेस में जॉब करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से घर पर ही हैं. मां सुमित्रा देवी गांव में ही आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करती हैं. बड़े भाई रविंद्र स्वामी गांव में ही रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. दोनों भाइयों की अभी शादी नहीं हुई थी. शहीद सतीश स्वामी 5 साल पहले (2019) में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. सतीश फरवरी में छुट्टी पर आने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उनके शहीद होने की सूचना घर पर आ गई.

चूरू : जिले के सादुलपुर तहसील के गांव ठीमाऊ बड़ी निवासी भारतीय सेना के जवान देश की रक्षा करता हुआ शहीद हो गए. इस संबंध में भारतीय सेना के सेवानिवृत अधिकारी वीडी पूनिया ने बताया कि ठिमाऊ बड़ी निवासी हवलदार क्लर्क सतीश स्वामी जम्मू कश्मीर के द्रास सेक्टर श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए हैं.

उन्होंने बताया कि गांव के ही बुधराम स्वामी के दो पुत्र हैं, जिसमें सतीश स्वामी सेना में थे और अविवाहित थे. जवान सतीश स्वामी 5 वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और 5 गोरखा राइफल रेजिमेंट (फ्रंटियर फोर्स) में नायक के पद पर तैनात थे. मंगलवार को सैनिक का पार्थिव शरीर सादुलपुर पहुंचेगा. यहां से उनके पैतृक गांव ठिमाऊ बड़ी तक 25 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी. सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

जवान के परिजन (ETV Bharat Churu)

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5 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे सतीश : शहीद के चचेरे भाई प्रमोद स्वामी ने बताया कि सतीश स्वामी के परिवार में पिता बुद्धराज स्वामी, माता सुमित्रा देवी और बड़े भाई रविंद्र स्वामी हैं. पिता बुद्धराज स्वामी उदयपुर सिटी पैलेस में जॉब करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से घर पर ही हैं. मां सुमित्रा देवी गांव में ही आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करती हैं. बड़े भाई रविंद्र स्वामी गांव में ही रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. दोनों भाइयों की अभी शादी नहीं हुई थी. शहीद सतीश स्वामी 5 साल पहले (2019) में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे. सतीश फरवरी में छुट्टी पर आने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उनके शहीद होने की सूचना घर पर आ गई.

Last Updated : Jan 21, 2025, 11:01 AM IST
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