पाली. वित्तीय वर्ष के अंतिम समय को देखते हुए राजस्व इकट्ठा करने के लिए संबंधित सभी विभागों के अधिकारी अभी फील्ड में घूम रहे हैं. ऐसे में मौका देखकर कई तरह के बदमाश भी लोगों के साथ धोखाधड़ी करते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जैतारण क्षेत्र में सामने आया है. जहां अपने आप को आयकर विभाग के कर्मचारी बताने वाले कार में सवार चार युवकों को रायपुर पुलिस ने हिरासत में लिया है.
हालांकि पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि वह असली है या नकली. अभी पुलिस इन चारों से पूछताछ कर रही है. इधर, जैतारण में एक हार्डवेयर कारोबारी ने आयकर विभाग के कर्मचार बनकर दुकान पर आए बदमाशों 2.30 हड़प कर भागने का आरोप लगाया है.
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पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिले के जैतारण में एक व्यापारी से 2.30 लाख हड़प कर भागने की सूचना मिली थी. इस पर जिलेभर में नाकाबंदी करवाई गई थी. इस मामले में रायपुर थाना प्रभारी मनोज राणा की टीम ने बर चौराहे पर आयकर विभाग लिखी एक कार को रुकवाया और उसमें बैठे पांच युवकों को संदिग्ध मानते हुए हिरासत में लिया. इस संबंध में जैतारण थाने में बांझाकुड़ी निवासी रविंद्र कुमावत पुत्र मनोज कुमार ने रिपोर्ट भी दर्ज करवाई है.
बरामद कार के नम्बर भी फर्जी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इन युवकों से बरामद की गई कार के नंबर भी फर्जी पाए गए हैं. जिस नंबर से यह कार है, वह बिलाड़ा के पटेल नगर निवासी देवाराम पुत्र बुधाराम के नाम से रजिस्टर्ड है. असली कार का रंग एस सिल्वर है, जबकि बरामद की गई कार का रंग सफेद है. इसके इंजन में चेचिस नंबर भी अलग पाए गए हैं. कार में सवार एक शख्स दौसा के अशोक नगर का रहने वाला बता रहा है, जो खुद को जयपुर स्थित एक ज्वेलरी फार्म में ऑनलाइन मैनेजर होना बता रहा है. इनमे पकड़े गए युवकों में एक प्रॉपर्टी डीलर भी शामिल है.