पाली. इस प्लांट के लगने के बाद में पाली से निकलने वाले कचरे को अलग-अलग भागों में बांटकर उसकी खाद बनाई जाएगी. यह पूरा कार्य जापानी तकनीक से होने जा रहा है, लेकिन इस प्लांट को लेकर पाली में अभी भी संशय बना हुआ है कि यह प्लांट पूरी तरह बनने के बाद पाली को कचरा मुक्त कर पाएगा या नहीं.
करीब 7 साल पहले गहलोत सरकार के समय पाली में इसी स्थान पर कचरा निस्तारण करने के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट कि स्थापना की गई थी. उस समय नगर परिषद की ओर से करोड़ो रुपए का टेंडर जारी किया गया था. यहां पर कचरा निस्तारण के लिए जापानी तकनीकी से मशीनरी लगाई गई थी.
यह मशीनरी सभी प्रकार के कचरे को अलग-अलग हिस्सों में बांटने के बाद उन्हें पैक कर बाहर निकालने का काम करने वाली थी, लेकिन इस प्लांट के उद्घाटन होने के बाद प्रदेश में नई सरकार बनी और यह प्लांट कभी शुरू नहीं हो पाया. गौरतलब है कि 7 साल में प्लांट में लगाई गई करोड़ों रुपए की मशीनरी और अन्य संसाधन पूरी तरह से कबाड़ हो गए.
नगर परिषद आयुक्त आशुतोष आचार्य ने बताया की खेतावास में अब 11 करोड़ की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का प्लांट लगाया जा रहा है. इसमें प्रतिदिन 200 टन कचरे का निस्तारण किया जाएगा. उनका दावा है. इस प्लांट को 31 जुलाई तक पूर्ण रूप से शुरू कर दिया जाएगा. इसके शुरू होने के बाद में पाली में गंदगी और कचरे की समस्या नहीं आएगी.