पाली. गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष में रविवार को पाली शहर सहित जिलेभर में विभिन्न धार्मिक आयोजन आयोजित किए गए. पाली के सभी गुरुद्वारे पर गुरु का वंदन करने के लिए शिष्यों की कतारें लगी हुई नजर आई, साथ ही लोगों को दान-धर्म करते हुए भी देखा गया.
वहीं कोरोना वायरस के चलते इस बार सभी गुरुद्वारों में कोरोना संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए सतर्कता बरती जा रही है. गुरु के द्वारा अपने शिष्यों को भी समय-समय पर भीड़ ना करने व सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील कर रहे हैं.
वहीं गुरु पूर्णिमा के चलते पाली के सभी गुरुद्वारों पर प्रसादी का आयोजन किया गया. जिसमें आम जनता ने भगवान का प्रसाद लिया, साथ ही शिष्यों की ओर से गुरु का चरण वंदन कर उनका आशीर्वाद लिया. पाली शहर में सबसे बड़े नागा बाबा की बगीची में गुरु चरण वंदन कार्यक्रम हुआ. जिसके चलते रविवार सुबह से ही शिष्य नागा बाबा की बगीची में नजर आए.
यहां पर सोशल डिस्टेंस को बरकरार रखने के लिए गुरुद्वारा की ओर से उनके शिष्यों को अलग-अलग समय दिया गया था. जिसके चलते गुरुद्वारे में भीड़ इकट्ठा नहीं हो पाई और सभी शिष्य अपने गुरु का आशीर्वाद भी प्राप्त कर पाए.
पढ़ें: पाली : तेज आंधी में गिरा बिजली का पोल, चपेट में आने से युवक गंभीर घायल
वहीं कोरोना संक्रमण के चलते इस बार गुरु पूर्णिमा प्रतिवर्ष की तरह धूमधाम से नहीं मनाई गई. पाली के सभी गुरुद्वारों पर जिला प्रशासन की ओर से पहले से भीड़ इकट्ठा व बड़े आयोजन नहीं करने के आदेश जारी कर दिए गए थे.
जिसके चलते पाली के सभी गुरुद्वारों में शिष्य व आम जनता के लिए प्रसादी तो बनाई गई. लेकिन, भीड़ इकठ्ठा ना हो इसके लिए दिनभर कार्यक्रम चलाकर सभी को अलग-अलग समय पर प्रसादी देने के लिए बुलवाया गया. साथ ही सभी गुरुद्वारे में संक्रमण ना फैले इसके लिए मेन गेट पर सैनिटाजर व मास्क अनिवार्य रूप से पहनने के बाद ही प्रवेश देने के लिए टीमें लगाई गई थी.