पाली. शहर के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से जंगली जानवर की अफवाह ने वन विभाग की नाक में दम कर रखा है. वहीं इन अफवाहों से लोगों में भी भय का माहौल है. सोशल मीडिया पर भी अफवाह तेजी से फैल रही है. इन अफवाहों के चलते वन विभाग पिछले कई दिनों से पाली के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में दौड़-भाग करता नजर आ रहा है.
इन अफवाहों के दौर को खत्म करने के लिए पाली डीएफओ गौरव गर्ग ने भी अब लोगों से अफवाह नहीं फैलाने की अपील की है. अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई करने की बात भी कही है.
पाली डीएफओ गौरव गर्ग ने बताया, कि पाली के आसपास ग्रामीणों ने रात के समय अपने खेतों में किसी ऐसे जानवर को देखा, जिसे उन्होंने पहले नहीं देखा था. शुरुआत में ग्रामीणों ने उसे पैंथर समझा और सुरक्षित स्थानों पर चले गए. इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस और वन विभाग को दी गई. वन विभाग की टीम क्षेत्र में जाकर जंगली जानवरों के पगमार्क भी ले रही है. पगमार्क का परीक्षण करने पर सबसे ज्यादा जरख के पैर के निशान होने की संभावना जताई जा रही है.
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सबसे बड़ी बात यह है,कि लोगों की शिकायतों को देखते हुए वन विभाग ने जोधपुर से जानवरों के एक्सपर्ट को भी कई दिनों से पाली में ही कैंप करवा कर रोक रखा है. वहीं अन्य जिलों से भी जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरे भी अतिरिक्त मंगवा रखे हैं. लेकिन इन 20 दिनों में अबतक वन विभाग के हाथ कोई भी जंगली जानवर नहीं आया है. क्षेत्र में लोग फोन कर जानवर के लिए बुला रहे हैं, लेकिन वहां भी किसी तरह के पगमार्ग अबतक नजर नहीं आए हैं.