सुमेरपुर (पाली). जिले के सुमेरपुर में किसानों का पानी को लेकर महापड़ाव जारी है. जवाई जल वितरण कमेटी की बैठक में किसानों को सिंचाई के लिए दिए गए पानी में से 100 एमसीएफटी पानी कम देने का विरोध जताते हुए किसानों ने बुधवार को सुमेरपुर के स्थित महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मंडी परिसर मे महापड़ाव के साथ आंदोलन शुरू किया. किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में 11 बजे से किसान एकत्रित होने लगे और दोपहर तक सैकड़ों किसान मंडी परिसर में एकत्रित हो गए.
इसके बाद किसानों से समझाइश के लिए प्रशासन ने उपखंड कार्यालय में एडीएम विरेन्द्र सिंह और उपखंड अधिकारी देवेंद्र कुमार के साथ जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों की बैठक आयोजित हुई. करीब 3 बजे शुरू हुई बैठक 1 घंटे तक चली, लेकिन बेनतीजा रही. वार्ता विफल होने पर किसानों का कहना है कि वे 4000 mcft पानी लिए बिना नहीं मानेंगे.
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किसानों ने सुमेरपुर शहर में जुलूस निकाल कर शक्ति प्रदर्शन किया. जुलूस मंडी परिसर से होकर शहर के मुख्य बाजार होते हुए पुनः मंडी परिसर में पहुंचा. बुधवार को किसानों ने मंडी परिसर में ही महापड़ाव डाला, लेकिन गुरुवार तक अगर प्रशासन की ओर से किसानों की मांग नहीं मानी जाती है तो किसानों की ओर से उग्र आंदोलन किया जाएगा. महापड़ाव को देखते हुए सुमेरपुर में 10 थानों का जाप्ता पहुंच गया है.
बता दें, जवाई बांध से सिंचाई और पेयजल के लिए जल बंटवारे को लेकर 7 अक्टूबर को संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने जल संगम अध्यक्षों के साथ वीसी के जरिए बैठक लेकर कुल 4000 एमसीएफटी सिंचाई के लिए पानी देने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया था.
लेकिन 18 अक्टूबर को जल संशाधन विभाग और जल उपयोक्ता संगम अध्यक्षों की बैठक में किसानों को 100 एमसीएफटी पानी कम देने की बात को लेकर संगम अध्यक्षों ने प्रशासन की ओर से लिए गए निर्णय पर रोष व्यक्त करते हुए बैठक का बहिष्कार किया. इसके बाद उन्होंने बुधवार से महापड़ाव के साथ आंदाेलन की चेतावनी दी थी.