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पाली: मारवाड़ जंक्शन के इस सरकारी विद्यालय में हो सकता है बड़ा हादसा, जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है बिल्डिंग

पाली के मारवाड़ जंक्शन में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खारची की अति प्राचीन बिल्डिंग पूर्णतया जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है. यहां कभी भी बड़ा हादसा होने का अंदेशा है. इस विद्यालय को लेकर प्रशासन की अनदेखी साफ जाहिर होती है.

government school, मारवाड़ जंक्शन
मारवाड़ जंक्शन में जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है इस सरकारी विद्यालय की बिल्डिंग
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Published : Sep 11, 2020, 8:20 PM IST

Updated : Sep 12, 2020, 10:54 AM IST

मारवाड़ जंक्शन (पाली). पाली के मारवाड़ जंक्शन में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खारची अभी हाल ही में हिंदी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में क्रमोन्नत हुआ है. लेकिन, अब यहां कभी भी बड़ा हादसा होने का अंदेशा है. दरअसल, विद्यालय की अति प्राचीन बिल्डिंग पूर्णतया जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है. 16 कमरों में से 13 कमरों में हालात बेहद खराब हैं. छतों से पानी टपक रहा है.

मारवाड़ जंक्शन में जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है इस सरकारी विद्यालय की बिल्डिंग

पढ़ें: जोधपुर: ओसियां में दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन, 50 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा

बीते 5 महीनों में ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर प्रशासन को बार-बार ज्ञापन दे चुके हैं. लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. बता दें कि ग्रामीणों के विरोध के चलते स्थानीय विधायक खुशवीर सिंह यहां पहुंचे. वहीं, उपखंड अधिकारी और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने इस विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि इस विद्यालय में बैठना खतरनाक है.

पढ़ें: अजमेरः NSUI ने कलक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, मोदी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

कोरोनो महामारी के चलते फिलहाल विद्यालय बंद है. लेकिन, यहां बोर्ड की कक्षाएं संचालित हो रही हैं और विद्यालय में कर्मचारी आ रहे है. इस विद्यालय में करीब 600 ज्यादा बच्चे अध्यनरत है. इसमें कमरे इतने छोटे हैं कि 8-10 बच्चे भी नहीं बैठ सकते. लड़कियों के लिए शौचालय तो है. लेकिन, शौचालय के ऊपर छत नहीं है. इसलिए बालिकाओं में भी आक्रोश है. इस विद्यालय को लेकर प्रशासन की अनदेखी साफ जाहिर होती है.

मारवाड़ जंक्शन (पाली). पाली के मारवाड़ जंक्शन में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खारची अभी हाल ही में हिंदी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में क्रमोन्नत हुआ है. लेकिन, अब यहां कभी भी बड़ा हादसा होने का अंदेशा है. दरअसल, विद्यालय की अति प्राचीन बिल्डिंग पूर्णतया जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है. 16 कमरों में से 13 कमरों में हालात बेहद खराब हैं. छतों से पानी टपक रहा है.

मारवाड़ जंक्शन में जर्जर और जीर्ण-शीर्ण हालत में है इस सरकारी विद्यालय की बिल्डिंग

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बीते 5 महीनों में ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर प्रशासन को बार-बार ज्ञापन दे चुके हैं. लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. बता दें कि ग्रामीणों के विरोध के चलते स्थानीय विधायक खुशवीर सिंह यहां पहुंचे. वहीं, उपखंड अधिकारी और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने इस विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि इस विद्यालय में बैठना खतरनाक है.

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कोरोनो महामारी के चलते फिलहाल विद्यालय बंद है. लेकिन, यहां बोर्ड की कक्षाएं संचालित हो रही हैं और विद्यालय में कर्मचारी आ रहे है. इस विद्यालय में करीब 600 ज्यादा बच्चे अध्यनरत है. इसमें कमरे इतने छोटे हैं कि 8-10 बच्चे भी नहीं बैठ सकते. लड़कियों के लिए शौचालय तो है. लेकिन, शौचालय के ऊपर छत नहीं है. इसलिए बालिकाओं में भी आक्रोश है. इस विद्यालय को लेकर प्रशासन की अनदेखी साफ जाहिर होती है.

Last Updated : Sep 12, 2020, 10:54 AM IST
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