नागौर. मकराना पंचायत समिति की खेड़ी शिला ग्राम पंचायत में मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी से मिले. उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन देकर पूर्व सरपंच और ग्रामसेवक पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में जो लोग रह रहे हैं, उनमें से कई लोगों के फर्जी जॉब कार्ड बनवा दिए गए हैं. उनका फर्जी तरीके से मनरेगा में नाम चल रहा है और भुगतान भी उठ रहा है, लेकिन जिस आदमी का जॉब कार्ड है, उसे इसका पता भी नहीं है.
खेड़ी शिला गांव के पुरखाराम का कहना है कि उसका जॉब कार्ड फर्जी तरीके से बनवाकर भुगतान उठाया जा रहा है, जबकि वह कभी मनरेगा में काम पर नहीं गया. इसी तरह कई दूसरे ग्रामीणों के भी जॉब कार्ड बने हुए हैं और भुगतान उठाया जा रहा है, लेकिन जिसका जॉब कार्ड है, उसे जानकारी तक नहीं है.
एक अन्य युवक भगवान सिंह का आरोप है कि उसके पिताजी का निधन कई साल पहले हो गया, लेकिन उनका भी जॉब कार्ड बनवा दिया गया है और भुगतान उठाया गया है. उसका कहना है कि उसका भाई सेना में नौकरी करता है और अभी जम्मू-कश्मीर में तैनात है. उसका भी जॉब कार्ड बनवाकर पूर्व सरपंच और ग्रामसेवक फर्जी तरीके से भुगतान उठा रहे हैं.
खेड़ी शिला गांव के ही बुजुर्ग गेनाराम का आरोप है कि वह कभी भी मनरेगा में काम पर नहीं गए हैं, लेकिन उनका भी जॉब कार्ड बना हुआ है और फर्जी तरीके से भुगतान उठाया जा रहा है. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि ग्राम पंचायत में पूर्व सरपंच और ग्रामसेवक के चहेते लोगों के काम होते हैं. बाकी लोगों को चक्कर कटवाने के बाद भी उनके काम नहीं होते हैं.
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इन ग्रामीणों का कहना है कि वे एसडीएम से लेकर कलेक्टर और संभागीय आयुक्त तक सबको इस संबंध में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि उनकी ग्राम पंचायत भंग हो चुकी है, लेकिन अभी भी पूर्व सरपंच हर काम में टांग अड़ाता है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे.