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कश्मीर बन गया धोरो की धरती नागौर, कई गांवों में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि - मौसम विभाग नागौर

नागौर में गुरुवार के कई गांव में ओलावृष्टी और बारिश हुई. जिसके वजह से मौसम में बदलाव देखने को मिला. वहीं ओलावृष्टी से फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.

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नागौर में हुई ओलावृष्टि
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Published : Dec 12, 2019, 9:41 PM IST

नागौर. जिले में गुरुवार को नागौर और जायल के कई गांवों में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई. जिससे सड़कें बर्फ की चादर से ढ़ंक गई. सड़कों पर बर्फ की चादर ने जिले में कश्मीर जैसा नजारे का एहसास दिला दिया.

नागौर में हुई ओलावृष्टि

मौसम में अचानक बदलाव से नागौर और जायल के कई गांवों में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई है. जिले के रोटू, दुगोली, रोहिणी, श्यामसर, डीडवाना, तंवरा, गंठिलासर, सथेरण, सहित कई गांवों में मौसम में अचानक बदलाव के साथी तेज बारिश शुरू हुई. जिसके कुछ ही देर में भारी बर्फबारी शुरू हो गई. सथेरण, गंठिलासर, तंवरा में पत्थर के आकार के ओले गिरे. वहीं एक घंटे चली ओलावृष्टि से खेतों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई. इस मौसम में नागौर जिले में ऐसी ओलावृष्टि कई साल में ऐसी बर्फबारी नहीं देखी गई. मौसम के बदले मिजाज से स्थानीय लोगों को रेगिस्तान में ही कश्मीर की बर्फबारी और ठंड का अहसास हो गया.

ओलावृष्टि इतनी कई क्षेत्रों में तेज हुई है कि सड़कें ओलावृष्टि की वजह से अट गई है. वहीं ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही पशु-पक्षियों को भी ओलावृष्टि की वजह से नुकसान हुआ है. जिले के कई क्षेत्रों में अभी रिमझिम बारिश का दौर जारी है.

यह भी पढ़ें. नागौरः खाने का रुपए मांगना होटल संचालक को पड़ा महंगा, युवकों ने की होटल में तोड़फोड़

गुरुवार को सुबह से ही जिलेभर में बादल छाए हुए थे और ओलावृष्टि भी हो गई. ओलावृष्टि के कारण रबी की फसलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है. वहीं हल्की बारिश रबी की फसलों के लिए लाभकारी बताई जा रही है. गौरतलब है कि बढ़ते प्रदूषण के चलते इस बार सर्द ऋतु में 20 दिन बाद कोहरे का असर देखने को मिला है.

मौसम विभाग के अनुसार अब अगले पंद्रह दिन में सर्दी का असर और तेज हो जाएगा. दिसंबर के अंतिम और जनवरी के पहले सप्ताह में राज्य में कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है.

नागौर. जिले में गुरुवार को नागौर और जायल के कई गांवों में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई. जिससे सड़कें बर्फ की चादर से ढ़ंक गई. सड़कों पर बर्फ की चादर ने जिले में कश्मीर जैसा नजारे का एहसास दिला दिया.

नागौर में हुई ओलावृष्टि

मौसम में अचानक बदलाव से नागौर और जायल के कई गांवों में भारी बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई है. जिले के रोटू, दुगोली, रोहिणी, श्यामसर, डीडवाना, तंवरा, गंठिलासर, सथेरण, सहित कई गांवों में मौसम में अचानक बदलाव के साथी तेज बारिश शुरू हुई. जिसके कुछ ही देर में भारी बर्फबारी शुरू हो गई. सथेरण, गंठिलासर, तंवरा में पत्थर के आकार के ओले गिरे. वहीं एक घंटे चली ओलावृष्टि से खेतों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई. इस मौसम में नागौर जिले में ऐसी ओलावृष्टि कई साल में ऐसी बर्फबारी नहीं देखी गई. मौसम के बदले मिजाज से स्थानीय लोगों को रेगिस्तान में ही कश्मीर की बर्फबारी और ठंड का अहसास हो गया.

ओलावृष्टि इतनी कई क्षेत्रों में तेज हुई है कि सड़कें ओलावृष्टि की वजह से अट गई है. वहीं ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही पशु-पक्षियों को भी ओलावृष्टि की वजह से नुकसान हुआ है. जिले के कई क्षेत्रों में अभी रिमझिम बारिश का दौर जारी है.

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गुरुवार को सुबह से ही जिलेभर में बादल छाए हुए थे और ओलावृष्टि भी हो गई. ओलावृष्टि के कारण रबी की फसलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है. वहीं हल्की बारिश रबी की फसलों के लिए लाभकारी बताई जा रही है. गौरतलब है कि बढ़ते प्रदूषण के चलते इस बार सर्द ऋतु में 20 दिन बाद कोहरे का असर देखने को मिला है.

मौसम विभाग के अनुसार अब अगले पंद्रह दिन में सर्दी का असर और तेज हो जाएगा. दिसंबर के अंतिम और जनवरी के पहले सप्ताह में राज्य में कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना है.

Intro:नागौर तहसील के आधा दर्जन गावों के साथ जायल के आधा दर्जन गांवो में बर्फबारी देखने को मिली है जहां पर
पत्थर के आकार की बर्फ गिरी आसमान से गिरी है
मौसम के ऐसे बदलाव से लोग हैरान परेशान है नागौर के लोगों ने नहीं देखा कभी ऐसा नजरा, पहले कभी नही देखा अब कश्मीर जैसे नजर आ रहे नागौर के गंठिलासर, सथेरण,तंवरा गांवBody:एंकर-मौसम में अचानक बदलाव से नागौर ज़िले के नागौर और जायल के कई गांवों में भारी बर्फबारी व ओलावृष्टि हुई है। नागौर जिले के , रोटू, दुगोली, रोहिणी, श्यामसर ,डीडवाना, तंवरा, गंठिलासर, सथेरण, सहित कई गांवों में मौसम में अचानक बदलाव के साथी तेज बारिश शुरू हुई और कुछ ही देर में भारी बर्फबारी शुरू हो गई। सथेरण, गंठिलासर, तंवरा मॆं पत्थर के आकार के ओले गिरे। एक घंटे चली ओलावृष्टि से खेतो में ओलों की सफेद चादर बिछ गई। इस मौसम में नागौर जिले में ऐसी ओलावृष्टि कई सालो मेे ऐसी बर्फबारी नही देखी। मौसम के बदले मिजाज ने स्थानीय लोगों को रेगिस्तान में ही कश्मीर की बर्फबारी और ठंड का अहसास करवा दिया है। ओलावृष्टि इतनी तेज कई क्षेत्रों में हुई है कि सड़कें ओलावृष्टि की वजह से अट गई है ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है साथ ही पशु पक्षियों को भी ओलावृष्टि की वजह से नुकसान हुआ है। जिले के कई क्षेत्रों में अभी रिमझिम बारिश का दौर जारी है आज सुबह से ही जिलेभर में बादल छाए हुए थे और ओलावृष्टि भी हो गई। ओलावृष्टि के कारण तारामीरा सहित रबी की फसलों में नुकसान की आशंका जताई जा रही है। वहीं हल्की बारिश रबी की फसलों के लिए लाभकारी बताई जा रही है। गौरतलब है कि बढ़ते प्रदूषण के चलते इस बार सर्द ऋतु में 20 दिन बाद काेहरे का असर देखने काे मिला है। । Conclusion:माैसम विभाग के अनुसार अब अगले पंद्रह दिन में सर्दी का असर अाैर तेज हाे जाएगा तथा दिसंबर के अंतिम व जनवरी के प्रथम सप्ताह में राज्य में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी।
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