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राजधानी में पतंगबाजी के दौरान 40 से अधिक लोग घायल, मांझे से कटने के मामले ज्यादा - INJURED IN KITE FLYING

जयपुर में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी से 49 लोग घायल होकर अस्पताल पहुंचे, जिनमें सिर पर चोट लगने और मांझे से कटने के मामले हैं.

Injury from kite flying
पतंगबाजी के दौरान 40 से अधिक लोग घायल (ETV Bharat jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 14, 2025, 9:06 PM IST

जयपुर : मकर संक्रांति के अवसर पर राजधानी जयपुर में दिनभर जमकर पतंगबाजी हुई. लोग सुबह से अपनी-अपनी छतों पर पतंगों के साथ पहुंच गए और 'ये काटा वो काटा' का शोर सुनाई देता रहा, लेकिन मस्ती की इस खुमारी के बीच पतंग के माझों से कई लोग घायल भी हो गए. सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS) के इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर में 49 घायल मरीज पहुंचे हैं. इनमें से दस मरीजों को सिर में चोटें आईं, जबकि सबसे अधिक मांझे से कटने के मामले सामने आए.

ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग धाकड़ के अनुसार, दस से अधिक मरीजों के सिर में चोटें आईं, जबकि ग्यारह से अधिक मरीजों के चेहरे, हाथ और गले मांझे के कारण कट गए. कुल 49 घायलों में से 10 मरीजों को पॉलीट्रॉमा वार्ड में भर्ती किया गया है, जिनका इलाज जारी है. बाकी मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है.

इसे भी पढ़ें- पतंगबाजी का खतरनाक असर, कोटा में चाइनीज मांझे से घायल हुए 55 लोग, कई पक्षी भी पहुंचे अस्पताल

अस्पताल में विशेष इंतजाम : डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि मकर संक्रांति पर 14 और 15 जनवरी को और पतंगबाजी होने की संभावना को देखते हुए SMS अस्पताल पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रखा गया है. घायलों के इलाज के लिए अस्पताल में चिकित्सकों की ड्यूटी राउंड द क्लॉक लगाई गई है. इसके अलावा ट्रॉमा सेंटर में विशेष इंतजाम किए गए हैं. अस्पताल में न्यूरो सर्जरी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, ENT, निश्चेतना, अस्थि रोग सहित अन्य विभागों के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है, जो इन दो दिनों में 24 घंटे ड्यूटी देंगे.

जयपुर : मकर संक्रांति के अवसर पर राजधानी जयपुर में दिनभर जमकर पतंगबाजी हुई. लोग सुबह से अपनी-अपनी छतों पर पतंगों के साथ पहुंच गए और 'ये काटा वो काटा' का शोर सुनाई देता रहा, लेकिन मस्ती की इस खुमारी के बीच पतंग के माझों से कई लोग घायल भी हो गए. सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS) के इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर में 49 घायल मरीज पहुंचे हैं. इनमें से दस मरीजों को सिर में चोटें आईं, जबकि सबसे अधिक मांझे से कटने के मामले सामने आए.

ट्रॉमा सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अनुराग धाकड़ के अनुसार, दस से अधिक मरीजों के सिर में चोटें आईं, जबकि ग्यारह से अधिक मरीजों के चेहरे, हाथ और गले मांझे के कारण कट गए. कुल 49 घायलों में से 10 मरीजों को पॉलीट्रॉमा वार्ड में भर्ती किया गया है, जिनका इलाज जारी है. बाकी मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है.

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अस्पताल में विशेष इंतजाम : डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि मकर संक्रांति पर 14 और 15 जनवरी को और पतंगबाजी होने की संभावना को देखते हुए SMS अस्पताल पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रखा गया है. घायलों के इलाज के लिए अस्पताल में चिकित्सकों की ड्यूटी राउंड द क्लॉक लगाई गई है. इसके अलावा ट्रॉमा सेंटर में विशेष इंतजाम किए गए हैं. अस्पताल में न्यूरो सर्जरी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, ENT, निश्चेतना, अस्थि रोग सहित अन्य विभागों के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है, जो इन दो दिनों में 24 घंटे ड्यूटी देंगे.

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