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निलंबित पटवारी ने खुद की जांच प्रभावित करने के लिए मुख्य सचिव बन कलेक्टर को किया कॉल, गिरफ्तार

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Published : Oct 20, 2022, 11:21 PM IST

नागौर के परबतसर के एक निलंबित पटवारी ने अपने मामले में लाभ लेने के लिए फर्जी मुख्य सचिव बन जिला कलेक्टर को कॉल लगा दिया. व्हाट्सऐप पर किए गए इस कॉल में उसने खुद का केरल का मुख्य सचिव बताया. हालांकि कलेक्टर के संदेह होने पर जांच की गई और पटवारी को गिरफ्तार कर लिया गया (Patwari arrested in fake call to collector) है.

Suspended Patwari calls District Collector as fake Chief Secretary to influence his investigation
निलंबित पटवारी ने खुद की जांच प्रभावित करने के लिए मुख्य सचिव बन कलेक्टर को किया कॉल, गिरफ्तार

नागौर. परबतसर के पटवारी ने खुद को केरल का मुख्य सचिव बताकर नागौर के जिला कलेक्टर पीयूष समारिया को व्हाट्सऐप कॉल लगा दिया. कॉल पर पटवारी ने मुख्य सचिव बताकर खुद के निलंबन की जांच को प्रभावित करने की बात कही. हालांकि कलेक्टर को शक हुआ और जांच के बाद पटवारी को गिरफ्तार कर लिया (Patwari arrested in fake call to collector) गया.

थानाधिकारी सुभाष चन्द्र पूनिया ने बताया कि आरोपी पटवारी ने जिला कलेक्टर नागौर पीयूष समारिया को केरल का मुख्य सचिव बनकर व्हाट्सऐप पर 18 अक्टूबर को दिन में लगभग 12 बजे ऑफिशियल नंबर पर फर्जी कॉल किया. लंबे समय से एपीओ चल रहे पटवारी समय सिंह मीणा की जांच प्रभावित करने के लिए अवगत करवाया. जिस पर जिला कलेक्टर ने समारिया संदेह के आधार पर पुलिस अधीक्षक नागौर राममूर्ति जोशी को इस मामले से अवगत करवाया. यह कॉल करने वाला व्यक्ति केरला में किसी भी पद पर कार्यरत नहीं है.

पढ़ें: पड़ोसी को फंसाने के लिए युवक ने बना दी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की बेटी की फेक आईडी, फिर जानिए क्या हुआ

जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने फोन की लोकेशन पता करवा कर परबतसर थानाधिकारी सुभाष पूनिया को जांच सौंपी. जिस पर थानाधिकारी ने जांच को गंभीरता से लिया और लोकेशन के आधार पर पटवारी समय सिंह मीणा को उसके निवास से गिरफ्तार कर घटना में प्रयोग लिए गए मोबाइल को जब्त किया. आरोपी को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया. गौरतलब है कि पटवारी समय सिंह मीणा को परबतसर में जमीन के फर्जी नामांतरण के मामले में जिला कलेक्टर ने 20 जून, 2022 को परबतसर से एपीओ कर मुख्यालय नागौर तथा उसके बाद मुख्यालय खींवसर कर दिया गया.

नागौर. परबतसर के पटवारी ने खुद को केरल का मुख्य सचिव बताकर नागौर के जिला कलेक्टर पीयूष समारिया को व्हाट्सऐप कॉल लगा दिया. कॉल पर पटवारी ने मुख्य सचिव बताकर खुद के निलंबन की जांच को प्रभावित करने की बात कही. हालांकि कलेक्टर को शक हुआ और जांच के बाद पटवारी को गिरफ्तार कर लिया (Patwari arrested in fake call to collector) गया.

थानाधिकारी सुभाष चन्द्र पूनिया ने बताया कि आरोपी पटवारी ने जिला कलेक्टर नागौर पीयूष समारिया को केरल का मुख्य सचिव बनकर व्हाट्सऐप पर 18 अक्टूबर को दिन में लगभग 12 बजे ऑफिशियल नंबर पर फर्जी कॉल किया. लंबे समय से एपीओ चल रहे पटवारी समय सिंह मीणा की जांच प्रभावित करने के लिए अवगत करवाया. जिस पर जिला कलेक्टर ने समारिया संदेह के आधार पर पुलिस अधीक्षक नागौर राममूर्ति जोशी को इस मामले से अवगत करवाया. यह कॉल करने वाला व्यक्ति केरला में किसी भी पद पर कार्यरत नहीं है.

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जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने फोन की लोकेशन पता करवा कर परबतसर थानाधिकारी सुभाष पूनिया को जांच सौंपी. जिस पर थानाधिकारी ने जांच को गंभीरता से लिया और लोकेशन के आधार पर पटवारी समय सिंह मीणा को उसके निवास से गिरफ्तार कर घटना में प्रयोग लिए गए मोबाइल को जब्त किया. आरोपी को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया. गौरतलब है कि पटवारी समय सिंह मीणा को परबतसर में जमीन के फर्जी नामांतरण के मामले में जिला कलेक्टर ने 20 जून, 2022 को परबतसर से एपीओ कर मुख्यालय नागौर तथा उसके बाद मुख्यालय खींवसर कर दिया गया.

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