नागौर. जिले के राजकीय गिन्नानी उच्च माध्यमिक बालिका स्कूल को महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदलने का आदेश आया है. इस पर काफी समय से बालिकाओं के अभिभावक विरोध कर रहे है. सोमवार को भी हिंदी माध्यम में पढ़ने वाली करीब 550 बच्चियों और उनके अभिभावकों ने इसका पुरजोर विरोध किया. अब प्रशासन ने शिक्षा विभाग को रिपोर्ट भिजवाई है. इसमें इसी स्कूल में अलग-अलग पारियों में हिंदी और इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई की व्यवस्था करने या महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल को खत्रीपुरा स्कूल में शिफ्ट करने की अनुशंसा की गई है.
नागौर की राजकीय गिन्नानी उच्च माध्यमिक बालिका स्कूल की छात्राओं और उनके परिजनों ने सोमवार को एक बार फिर प्रदर्शन किया. बच्चियों और उनके परिजनों ने रविवार को सांसद हनुमान बेनीवाल से मिलकर अपनी समस्या बताई थी. इसके बाद बेनीवाल ने भी सरकार से मांग की है कि यहां पहले से पढ़ रही बच्चियों के भविष्य का ध्यान रखा जाए.
दरअसल, गिन्नानी उच्च माध्यमिक बालिका स्कूल को सरकार ने पिछले दिनों इस स्कूल को महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में बदल दिया. इस पर यहां पढ़ रही बच्चियों और उनके अभिभावकों ने विरोध किया. उनका कहना है कि यहां पढ़ रही करीब 550 बच्चियों के लिए आसपास कोई दूसरी हिंदी माध्यम की स्कूल नहीं है. इसलिए इन बच्चियों की पढ़ाई इसी स्कूल में हो. इस संबंध में पिछले दिनों वस्तुस्थिति की जांच कर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी हरिराम भाटी ने कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपी थी.
कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने यह रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी है. इसमें अनुशंसा की है कि या तो इस स्कूल में दो पारियों में हिंदी और इंग्लिश मीडियम के विद्यार्थियों की पढ़ाई की व्यवस्था करवाई जाए या फिर महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल को खत्रीपुरा स्कूल में शिफ्ट किया जाए. इधर, सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस स्कूल में पढ़ रही करीब 550 बच्चियों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करने की चेतावनी सरकार को दी है. फिलहाल, इस पूरे मामले में सभी को सरकार के फैसले का इंतजार है.