नागौर. कांग्रेस नेता रिछपाल मिर्धा का विधानसभा चुनाव से पहले एक बयान कांग्रेस पार्टी में हलचल मचा रहा है. पूर्व विधायक और नागौर के कद्दावर नेता रिछपाल मिर्धा ने हाल ही में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाली ज्योति मिर्धा के लिए चुनाव प्रचार करने की बात कही है. इस बयान से मिर्धा ने सियासी हलकों में तुफान ला दिया. एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रिछपाल मिर्धा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि ज्योति के लिए प्रचार करने जाऊं या नहीं, लेकिन बेटी के लिए प्रचार तो करना ही पड़ेगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं से इसके लिए इजाजत भी मांगी.
बता दें कि प्रदेश में चुनाव बेहद नजदीक है. भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट भी निकाल दी है. हालांकि इसमें ज्योति मिर्धा का नाम नहीं है, लेकिन राजनीतिक पंडितों की माने तो ज्योति मिर्धा नागौर या खींवसर से चुनाव लड़ सकती है. ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता का ये बयान पार्टी के लिए सिरदर्द बन सकता है. दरअसल, रिछपाल मिर्धा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो डेगाना में एक सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि - 'अगर मेरी बेटी ज्योति मिर्धा चुनाव लड़ती है, तो मुझे 2-4 दिन उसके लिए प्रचार में जाना पड़ेगा, आपकी इजाजत चाहिए'. रिछपाल मिर्धा ने ये भी कहा ' मेरे लिए पार्टी-वार्टी की कोई बंदिशें नहीं है. मैं तो बिल्कुल खुला हूं'.
मिर्धा बने थे वीर तेजा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष : बता दें कि हाल ही में रिछपाल मिर्धा को सीएम गहलोत ने वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष भी बनाया था, लेकिन वो प्रचार भाजपा का करना चाहते हैं. हाल ही में सियासी गलियारों में ये खबरें उड़ रही थी कि रिछपाल मिर्धा और विजयपाल भी पार्टी छोड़ सकते हैं. इसलिए गहलोत सरकार ने रिछपाल मिर्धा को वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष तो बना दिया, लेकिन अब एक बार फिर रिछपाल मिर्धा ने ये बयान देकर कांग्रेस पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है.