नागौर. जिले में क्वॉरेंटाइन सेंटर व्यवस्था को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने को लेकर जिला परिषद सभागार कक्ष में जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में नागौर सांसद और विधायकों के साथ जिले के प्रवासियों के आवागमन और प्रबंध व्यवस्था को चर्चा की गई.
कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन 4.0 और प्रवासियों के जिले के आवागमन के कारण कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल, डीडवाना विधायक चेतन डूडी, नागौर विधायक मोहन राम चौधरी, डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा, मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी बैठक में मौजूद रहे.
बैठक में जिला कलेक्टर से सांसद और विधायकों ने प्रशासन द्वारा किए गए प्रवासियों की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली और वर्तमान स्थिति में उनके रहने के साथ खाने-पीने के संबंध में विस्तार से चर्चा की. जिला परिषद के सीईओ जवाहर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया, कि नागौर जिले में 1447 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाएं गये हैं.
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जिले में अब तक 70 हजार प्रवासियों का रजिस्ट्रेशन करते हुए जिले में प्रवेश कर चुके हैं. जिले के सभी ब्लॉकों में 62 हजार होम क्वॉरेंटाइन में रखे गए हैं. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर में नोडल अधिकारी और चिकित्सा विभाग की निगरानी में 8 हजार प्रवासियों को रखा गया है.
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वहीं, नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बैठक में क्वॉरेंटाइन किये गये प्रत्येक व्यक्ति पर 2440 तक बजट खर्च करने के निर्देश पर जिला प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा है, जिसपर जिला कलेक्टर ने विस्तारपूर्वक जवाब दिया. सांसद ने कहा, कि गांव में खुद ग्रामीण पंचायतों के प्रतिनिधियों के माध्यम से सेंटर पर खर्च वहन किया जा रहा है. ऐसे में किसी प्रकार का कोई फर्जी बिल जिले में नहीं उठाए.