कुचामनसिटी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर सोमवार को डीडवाना और कुचामन जिले का दौरा किया. कुचामन सिटी पहुंचने पर चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का स्थानीय चिकित्सा विभाग, सामाजिक संस्था लायंस क्लब और राजपूत समाज की ओर से भव्य स्वागत किया गया.
स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रदेश के सरकारी चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सकों का अस्पताल समय के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस करना बेहद गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि इस बारे में राज्य सरकार जल्द ही सख्त एक्शन लेने वाली है. मंत्री खींवसर ने कहा कि अस्पताल समय में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों को सस्पेंड तक किया जाएगा इसकी हम पूरी मॉनिटरिंग कराएंगे.
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एक्शन में चिकित्सा मंत्री: हेल्थ मिनिस्टर के कुचामनसिटी के दौरान राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक विजय सिंह चौधरी, नागौर जिला प्रमुख भागीरथ राम चौधरी और कई भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद थे. मीडिया से बात करते हुए चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि प्रदेश के सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी चिकित्सा सुविधाऐं सुदृढ़ करने का हमारा लक्ष्य है और जनसंख्या के मुताबिक इलाकों में चिकित्सा सुविधाऐं संसाधन और चिकित्सालय भवन का निर्माण किया जाएगा.
चिरंजवी योजना को बताया बोगस: उन्होंने गहलोत सरकार की महत्वकांक्षी चिरंजवी योजना को बोगस करार दिया. उन्होंने कहा कि 25 लाख रुपए का वायदा करके 8.50 लाख रुपए ही इलाज कराने वाले वाले मरीजों को दिए गए. खींवसर ने कहा कि आने वाले दिनों में सरकार की आयुष्मान योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ प्रदेश की जनता को मिल सके इस पर हम काम कर रहे हैं. चिकित्सा मंत्री ने पिछली गहलोत सरकार पर भी तंज कसते हुए कहा कि राजस्थान को भारी कर्ज में छोड़कर गई है. इस समय राज्य की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना हमारे लिए चुनौती है. लेकिन जल्द ही हमारी सरकार यह काम पूरा कर लेगी. उन्होंने कहा कि वित्त विभाग इस पर काम कर रहा है और आरजीएचएस और अन्य योजनाओं में रुके हुए भुगतान के बारे में जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा.