नागौर. जिला मुख्यालय पर पेयजल किल्लत को लेकर हर दिन किसी न किसी मोहल्ले या कॉलोनी से सूचनाएं आ रही हैं. इस समस्या से निपटने के लिए कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने एसडीएम दीपांशु सांगवान की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है. इसके साथ ही यह व्यवस्था भी की है कि पानी की किल्लत से परेशान कोई भी आम नागरिक उन्हें वाट्सऐप पर अपनी शिकायत भेज सकता है.
बता दें कि नागौर में पानी की सप्लाई का जिम्मा नगर परिषद का है. लेकिन पर्याप्त संसाधन और कर्मचारी नहीं होने के कारण परिषद नागौर के लोगों की प्यास बुझाने में सफल नहीं हो पा रहा है. ईटीवी भारत ने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था. अब इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है.
नागौर सहित जिले के सभी प्रमुख कस्बे और अधिकांश गांवों में इंदिरा गांधी नहर परियोजना से पानी पहुंच रहा है. ऐसे में पानी की कमी नहीं है. जहां नहरी पानी नहीं पहुंच पाया है. वहां गर्मी में पेयजल किल्लत से निपटने के लिए टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है. जिले में पानी की किल्लत की सबसे ज्यादा शिकायत नागौर शहर से ही आ रही है. ऐसे में इस समस्या पर अंकुश लगाने के लिए कलेक्टर यादव ने एसडीएम सांगवान की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है. कोई भी शिकायत आने पर कमेटी उस पर काम करेगी और जल्द से जल्द पानी संबंधी समस्या का निपटारा करेगी. इसके साथ ही कलेक्टर यादव ने अपने वाट्सऐप नम्बर पर भी पानी की किल्लत संबंधी शिकायत भेजने की व्यवस्था शुरू की है. प्रशासन की ओर से प्रयास तो किए जा रहे हैं. अब देखना है कि यह प्रयास कितना रंग लाते है.