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जिला कलेक्टर ने ली ऑक्सीजन कंटेनरों की जानकारी, बेहतर इलाज के निर्देश

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Published : Apr 28, 2021, 5:58 PM IST

नागौर जिला कलेक्टर ने भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपखंड अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडरों के बारे में जानकारी ली और दिशा निर्देश भी दिए.

भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, Nagaur District Collector took meeting, Meeting with subdivision officers, took information about oxygen cylinder
नागौर जिला कलेक्टर ने ली बैठक

नागौर. कोरोना के प्रभावी नियंत्रण व पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का प्रबंध करने के लिए भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए सभी उपखण्ड अधिकारियों के साथ नागौर जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक की. डाॅ. सोनी ने वीसी के माध्यम से जुड़े सभी उपखण्ड अधिकारियों से प्रत्येक उपखण्ड स्तर पर बी टाइप एवं डी टाइप के सिलेण्डरों की, ऑक्सीजन कंटेनर की उपलब्धता की विस्तृत जानकारी ली. साथ ही अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित कोविड डेडिकेटेड अस्पताल व कोविड केयर सेंटरों में कोरोना रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.

पढ़ें: कोरोना की चेन तोड़ेगी जयपुर ट्रैफिक पुलिस, जन अनुशासन पखवाड़े की सख्ती से करा रही पालना

चर्चा के दौरान डाॅ. सोनी ने बताया कि ब्लाॅक स्तर पर ऑक्सीजन की आवश्यक सप्लाई सुनिश्चित कर ली गई है और सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना के सामान्य संक्रमित मरीजों का स्थानीय स्तर पर इलाज शुरुआती लक्षणों को ध्यान में रखते हुए, सही समय पर प्रारंभ कर दिया जाए ताकि बड़े अस्पतालों व कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में जहां गंभीर संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है, वहां स्थिति ठीक रहे.

इंदिरा रसोई योजना के अन्तर्गत जरूरतमंदों को मिलेगा भोजन

डाॅ. सोनी ने सभी नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में निःशुल्क मोक्ष वाहिनियों का प्रबंध करें, जिससे मृतकों का उचित सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा सके. साथ ही क्षेत्र में कोई भी भूखा ना सोए उसके लिए इंदिरा रसोई योजना के द्वारा कोविड मरीजों व गरीब लोगों तथा अन्य जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाया जा सके. नगर निकाय, भामाशाहों से ज्यादा से ज्यादा सहयोग लेकर ऑक्सीजन कंटेनर खरीद कर बेहतर व्यवस्था बनाएं और बड़े पैमाने पर लोगों को मास्क बांटें. कोरोना महामारी में वैक्सीनेशन जितना कारगर है, उतना ही मास्क भी उपयोगी है. डाॅ. सोनी ने कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों व कोविड़ केयर सेंटरों में बेहतर साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए.

पढ़ें: जयपुर : BJYM ने कोरोना पीड़ितों के लिए जारी किया हेल्पलाइन नंबर, राजस्थान से जुड़ेंगे 50 चिकित्सक

राजकीय जेएलएन अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल ने वीसी के माध्यम से जुड़े चिकित्सकों से कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज ऑक्सीजन पर निर्भर है. उन्हें पीठ के बल ना लेटा कर, पेट के बल या करवट लेकर लेटने के लिए प्रेरित करें. उन्होंने बताया कि पेट के बल और करवट लेकर लेटने से फेफड़ों के फूलने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे शरीर का ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ जाता है.

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चौधरी ने वीसी में बताया कि उपखण्ड मजिस्ट्रेट की सहायता के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कोर ग्रुप का गठन किया गया है. जिसमें ग्राम पंचायत स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी कोविड नियंत्रण एवं प्रचार-प्रसार संबंधी गतिविधियों में स्वास्थ्य मित्रों व ग्राम रक्षकों का सहयोग लेंगे. ग्राम स्तर पर टीम बनाकर घर-घर सर्वे का कार्य किया जाएगा और सर्वे के दौरान कोई संभावित कोरोना लक्षण दिखाई देने वाले व्यक्ति को चिह्नित किया जाएगा और समय पर उसका इलाज शुरू हो जाए. इसके लिए मेडिसिन किट भी उपलब्ध करावाई जाएदी. चौधरी ने बताया कि नरेगा में आने वाले श्रमिकों में कोई भी बिना मास्क न आए एवं कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए ग्राम प्रचायतें भामाशाहों, समाजसेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों व ग्राम के गण्यमान्य लोगों से मास्क वितरण में सहयोग लें.

नागौर. कोरोना के प्रभावी नियंत्रण व पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन का प्रबंध करने के लिए भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए सभी उपखण्ड अधिकारियों के साथ नागौर जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बैठक की. डाॅ. सोनी ने वीसी के माध्यम से जुड़े सभी उपखण्ड अधिकारियों से प्रत्येक उपखण्ड स्तर पर बी टाइप एवं डी टाइप के सिलेण्डरों की, ऑक्सीजन कंटेनर की उपलब्धता की विस्तृत जानकारी ली. साथ ही अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित कोविड डेडिकेटेड अस्पताल व कोविड केयर सेंटरों में कोरोना रोगियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.

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चर्चा के दौरान डाॅ. सोनी ने बताया कि ब्लाॅक स्तर पर ऑक्सीजन की आवश्यक सप्लाई सुनिश्चित कर ली गई है और सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोरोना के सामान्य संक्रमित मरीजों का स्थानीय स्तर पर इलाज शुरुआती लक्षणों को ध्यान में रखते हुए, सही समय पर प्रारंभ कर दिया जाए ताकि बड़े अस्पतालों व कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में जहां गंभीर संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है, वहां स्थिति ठीक रहे.

इंदिरा रसोई योजना के अन्तर्गत जरूरतमंदों को मिलेगा भोजन

डाॅ. सोनी ने सभी नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में निःशुल्क मोक्ष वाहिनियों का प्रबंध करें, जिससे मृतकों का उचित सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा सके. साथ ही क्षेत्र में कोई भी भूखा ना सोए उसके लिए इंदिरा रसोई योजना के द्वारा कोविड मरीजों व गरीब लोगों तथा अन्य जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाया जा सके. नगर निकाय, भामाशाहों से ज्यादा से ज्यादा सहयोग लेकर ऑक्सीजन कंटेनर खरीद कर बेहतर व्यवस्था बनाएं और बड़े पैमाने पर लोगों को मास्क बांटें. कोरोना महामारी में वैक्सीनेशन जितना कारगर है, उतना ही मास्क भी उपयोगी है. डाॅ. सोनी ने कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों व कोविड़ केयर सेंटरों में बेहतर साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए.

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राजकीय जेएलएन अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शंकरलाल ने वीसी के माध्यम से जुड़े चिकित्सकों से कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज ऑक्सीजन पर निर्भर है. उन्हें पीठ के बल ना लेटा कर, पेट के बल या करवट लेकर लेटने के लिए प्रेरित करें. उन्होंने बताया कि पेट के बल और करवट लेकर लेटने से फेफड़ों के फूलने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे शरीर का ऑक्सीजन लेवल भी बढ़ जाता है.

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चौधरी ने वीसी में बताया कि उपखण्ड मजिस्ट्रेट की सहायता के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कोर ग्रुप का गठन किया गया है. जिसमें ग्राम पंचायत स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी कोविड नियंत्रण एवं प्रचार-प्रसार संबंधी गतिविधियों में स्वास्थ्य मित्रों व ग्राम रक्षकों का सहयोग लेंगे. ग्राम स्तर पर टीम बनाकर घर-घर सर्वे का कार्य किया जाएगा और सर्वे के दौरान कोई संभावित कोरोना लक्षण दिखाई देने वाले व्यक्ति को चिह्नित किया जाएगा और समय पर उसका इलाज शुरू हो जाए. इसके लिए मेडिसिन किट भी उपलब्ध करावाई जाएदी. चौधरी ने बताया कि नरेगा में आने वाले श्रमिकों में कोई भी बिना मास्क न आए एवं कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए ग्राम प्रचायतें भामाशाहों, समाजसेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों व ग्राम के गण्यमान्य लोगों से मास्क वितरण में सहयोग लें.

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