नागौर. जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मंगलवार को जल जीवन मिशन की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में ली. बैठक के दौरान कलक्टर ने निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के तहत पहले चरण में चयनित ग्राम पंचायतों में गठित ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों को एक सप्ताह में प्रशिक्षण देने का लक्ष्य पूरा किया जाए. बैठक में जिले की ऐसे सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्र जो अब तक भी पेयजल कनेक्शन से वंचित हैं, उनको जल जीवन मिशन में कनेक्शन जारी होंगे.
इसके लिए शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग को अपने स्तर पर अंतिम सर्वेक्षण करवाकर सूची तैयार करनी होगी, जिसकी कार्ययोजना को मूर्त रूप देने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से उक्त आंगनबाड़ी केन्द्रों और सरकारी विद्यालयों में पेयजल कनेक्शन मुहैया करवाने का काम जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से किया जाएगा. जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि जल जीवन मिशन सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है, जिसके तहत एक मिशन के रूप में कार्य करते हुए हर घर में पाइप लाइनों से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा.
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साथ ही ग्राम स्तर पर गठित ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के माध्यम से अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित भी किया जाएगा. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता एवं जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के सदस्य सचिव जगदीश चंद्र व्यास ने बताया कि जल जीवन मिशन की सफलता के लिए यह परिकल्पना की गई है कि समुदाय ही जलापूर्ति अवसंरचना की आयोजना, क्रियान्वयन, प्रबंधन एवं संचालन और रखरखाव में मुख्य भूमिका निभाएगा.
इसी के परिणाम स्वरूप हर ग्रामीण घर में जल उपलब्ध हो सकेगा. बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मेहराम महिया, अधीक्षण अभियंता प्रोजेक्ट महेन्द्र प्रकाश सोनी, सहित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंताओं ने भाग लिया.