नागौर. सुजानगढ़ के बाद अब लाडनूं क्षेत्र में सोमवार को सुजला जनहित संघर्ष समिति व संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में सुजला को जिला बनाने की मांग की गई. साथ ही इसको लेकर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया. इस दौरान बड़ी संख्या में कस्बे के लोग मौजूद रहे. बीते 10 दिन से सुजानगढ़ में सुजला जिले की मांग को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. लेकिन अभी तक सुजला जिला घोषित नहीं हुआ है.
ऐसे में सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया. सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि जिला बनाने की मांग को लेकर सुजानगढ़ के बाजार बंद हैं. जिसके चलते व्यापारियों को आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके अलावा सुजानगढ़ के आसपास से गुजरने वाले सड़क मार्ग भी जाम पड़े हैं. स्थानीय लोगों में सुजला को जिला नहीं बनाने पर रोष व्याप्त है. ज्ञापन में बताया गया कि सुजला जिला बनाने के मापदंड और हर प्रकार की शर्तें पूरी करता है. सुजानगढ़, जसवंतगढ़ व लाडनूं सहित संपूर्ण सुजला अंचल की जनता की जन भावनाओं की कद्र करते हुए सुजला को जिला मुख्यालय घोषित कर क्षेत्र के लोगों को सरकार की तरफ से राहत देनी चाहिए.
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आगे बताया गया कि सुजला अंचल में वर्षों पुरानी राजकीय सुजला कॉलेज, लाडनूं का मशहूर जैन मंदिर, प्रसिद्ध दरगाह गाजी उमराव शहीद सरकार, जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय सहित कई पर्यटक स्थल भी हैं. वहीं, इस दौरान सूचना जनहित संघर्ष समिति के संयोजक मोहम्मद मुस्ताक कायमखानी, जनहित संघर्ष मोर्चा के संयोजक राजकुमार मेघवाल, पार्षद विराज खां, एडवोकेट भोमराज, आसोटा सरपंच हरदयाल रुलानिया, भंवरलाल ढाका, हरीश मेहरड़ा, खींवाराम घिंटाला सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.