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मेड़ता में राहत लाया बिपरजॉय तूफान : झमाझम बारिश से कपास-मूंगफली की फसल को होगा फायदा - Biparjoy cyclone storm latest news update

बिपरजॉय तूफान की वजह से हुई बारिश से नागौर के किसान काफी खुश हैं. ये बारिश कपास और मूंगफली की फसल के लिए वरदान से कम नहीं है. साथ ही अन्य फसलों की बुवाई समय से पहले हो जाने की संभावना प्रबल हो गई है.

मेड़ता में राहत लाया बिपरजॉय तूफान
मेड़ता में राहत लाया बिपरजॉय तूफान
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Published : Jun 19, 2023, 2:01 PM IST

नागौर. जिले के मेड़ता क्षेत्र में फिलहाल बिपरजॉय से किसी तरह का नुकसान नहीं, बल्कि राहत की खबर सामने आयी है. तूफान की वजह से हुई बारिश ने करीब डेढ़ महीने पहले बुवाई की गई कपास और 15-20 दिन पहले बुवाई की गई मूंगफली की फसलों को बेहद फायदा पहुंचाया है. वहीं दूसरी तरफ खरीफ की अन्य फसलें जैसे- मूंग, मोठ, बाजरा, ग्वार, ज्वार, चंवला, की भी किसान अब बुवाई कर सकेंगे और खेतो को पर्याप्त पानी भी मिल चुका है. बता दें कि रविवार सुबह से हो रही बारिश की वजह से मेड़ता सहित आस पास की सड़कें जलमग्न हो गई हैं. सुबह से ही झमाझम बारिश से मेड़ता व आस पास की सड़कों पर पानी भर गया.

अब तक कहां कितने एमएम बारिश हुई
अब तक कहां कितने एमएम बारिश हुई

बता दें कि मौसम विभाग की ओर से आज नागौर जिला रेड अलर्ट में है. ऐसे में मेड़ता क्षेत्र में सुबह से ही फुहारें बरस रही है. इसी बीच सुबह 11 बजे करीब एक घंटे तक जोरदार बारिश भी हुई, जिससे पुरे क्षेत्र में पानी भर गया. हालांकि फुहारों का दौर तो दिन भर जारी रहा. इस बारिश की वजह से तापमान भी 10 डिग्री से ज्यादा गिरा है. जिससे लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है. फिलहाल क्षेत्र में ठंडी-ठंडी हवाएं चल रही है, जो लोगों को काफी सुकून दे रही है. वहीं दूसरी तरफ किसानों को भी इस तूफान से अब तक फायदा ही हुआ है. मेड़ता में सबसे ज्यादा बारिश पुंदलू-गगराना, गोटन क्षेत्र में हुई है. वहां खेतों में भी पानी लबालब भर गया है.

अब बुवाई में जुटेंगे किसान : मेड़ता कृषि कार्यालय के सहायक निदेशक रामप्रकाश बेड़ा के अनुसार तूफान की वजह से जो बारिश हुई है, वो किसानों के लिए जबरदस्त फायदा लेकर पहुंची है. यानी इस बारिश से अभी तक नुकसान किसी भी प्रकार का नहीं हुआ है. बुवाई की जा चुकी कपास और मूंगफली की फसलों को काफी फायदा पहुंचा है. वहीं दूसरी तरफ खरीफ की अन्य फसलें मूंग, मोठ, ज्वार, ग्वार, चंवला, बाजरा की भी बुवाई मानसून से पूर्व समय पर की जा सकेगी. ताकि जब मानसून की पहली बारिश होगी तो फसलों को एक बार फिर पानी मिल जाएगा. यह उनके भविष्य के लिए बेहद अच्छी साबित होगी.

पढ़ें उदयपुर संभाग में भी झमाझम बारिश से नदी व नाले का जलस्तर उफान पर, दो की मौत

नागौर शहर के हालात पर नजर : बता दें कि बिपरजॉय तूफान को लेकर जारी चेतावनी के बीच नागौर में भी बारिश का दौर शुरू हो चुका है. नागौर शहर व आसपास के गांवों मॆं शाम से बारिश हो रही है. सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए थे दिनभर बादल छाए रहे और दोपहर बाद अचानक मुसलाधार बारिश शुरू हुई. कुछ ही देर तक हुई बारिश से सड़कों पर एक बार पानी भर गया. बिपरजॉय तूफान को लेकर नागौर में भी सतर्कता बरती जा रही है. वही दूसरी ओर बारिश शुरू होते ही नगर परिषद की ओर से भी काम शुरू कर दिया गया है. शहर के जो नाले बंद पड़े है उन्हें खोला गया है. शहर के अंदर के इलाकों मे भी सीवरेज की सफाई का काम जोर शोर से शुरू किया गया है जिससे शहर में पानी इक्कठा न हो.

नागौर. जिले के मेड़ता क्षेत्र में फिलहाल बिपरजॉय से किसी तरह का नुकसान नहीं, बल्कि राहत की खबर सामने आयी है. तूफान की वजह से हुई बारिश ने करीब डेढ़ महीने पहले बुवाई की गई कपास और 15-20 दिन पहले बुवाई की गई मूंगफली की फसलों को बेहद फायदा पहुंचाया है. वहीं दूसरी तरफ खरीफ की अन्य फसलें जैसे- मूंग, मोठ, बाजरा, ग्वार, ज्वार, चंवला, की भी किसान अब बुवाई कर सकेंगे और खेतो को पर्याप्त पानी भी मिल चुका है. बता दें कि रविवार सुबह से हो रही बारिश की वजह से मेड़ता सहित आस पास की सड़कें जलमग्न हो गई हैं. सुबह से ही झमाझम बारिश से मेड़ता व आस पास की सड़कों पर पानी भर गया.

अब तक कहां कितने एमएम बारिश हुई
अब तक कहां कितने एमएम बारिश हुई

बता दें कि मौसम विभाग की ओर से आज नागौर जिला रेड अलर्ट में है. ऐसे में मेड़ता क्षेत्र में सुबह से ही फुहारें बरस रही है. इसी बीच सुबह 11 बजे करीब एक घंटे तक जोरदार बारिश भी हुई, जिससे पुरे क्षेत्र में पानी भर गया. हालांकि फुहारों का दौर तो दिन भर जारी रहा. इस बारिश की वजह से तापमान भी 10 डिग्री से ज्यादा गिरा है. जिससे लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है. फिलहाल क्षेत्र में ठंडी-ठंडी हवाएं चल रही है, जो लोगों को काफी सुकून दे रही है. वहीं दूसरी तरफ किसानों को भी इस तूफान से अब तक फायदा ही हुआ है. मेड़ता में सबसे ज्यादा बारिश पुंदलू-गगराना, गोटन क्षेत्र में हुई है. वहां खेतों में भी पानी लबालब भर गया है.

अब बुवाई में जुटेंगे किसान : मेड़ता कृषि कार्यालय के सहायक निदेशक रामप्रकाश बेड़ा के अनुसार तूफान की वजह से जो बारिश हुई है, वो किसानों के लिए जबरदस्त फायदा लेकर पहुंची है. यानी इस बारिश से अभी तक नुकसान किसी भी प्रकार का नहीं हुआ है. बुवाई की जा चुकी कपास और मूंगफली की फसलों को काफी फायदा पहुंचा है. वहीं दूसरी तरफ खरीफ की अन्य फसलें मूंग, मोठ, ज्वार, ग्वार, चंवला, बाजरा की भी बुवाई मानसून से पूर्व समय पर की जा सकेगी. ताकि जब मानसून की पहली बारिश होगी तो फसलों को एक बार फिर पानी मिल जाएगा. यह उनके भविष्य के लिए बेहद अच्छी साबित होगी.

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नागौर शहर के हालात पर नजर : बता दें कि बिपरजॉय तूफान को लेकर जारी चेतावनी के बीच नागौर में भी बारिश का दौर शुरू हो चुका है. नागौर शहर व आसपास के गांवों मॆं शाम से बारिश हो रही है. सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए हुए थे दिनभर बादल छाए रहे और दोपहर बाद अचानक मुसलाधार बारिश शुरू हुई. कुछ ही देर तक हुई बारिश से सड़कों पर एक बार पानी भर गया. बिपरजॉय तूफान को लेकर नागौर में भी सतर्कता बरती जा रही है. वही दूसरी ओर बारिश शुरू होते ही नगर परिषद की ओर से भी काम शुरू कर दिया गया है. शहर के जो नाले बंद पड़े है उन्हें खोला गया है. शहर के अंदर के इलाकों मे भी सीवरेज की सफाई का काम जोर शोर से शुरू किया गया है जिससे शहर में पानी इक्कठा न हो.

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