नागौर. लॉकडाउन के दौरान भू माफियाओं ने शहर के कई इलाकों पर अतिक्रमण कर अवैध कब्जे कर लिए थे. जब इसकी सूचना नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव तक पहुंची तो उन्होंने इन्हें हटवाने के आदेश दिए. जिसके बाद तहसीलदार और नगर परिषद के अतिक्रमण दस्ता कार्रवाई करने मौके पर पहुंची, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते पूरी कार्रवाई नहीं कर पाई.
कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने अतिक्रमण हटवाने की बात कही थी. जिसके तहत वक्ता सागर और बदली रोड पर अतिक्रमण हटाने के लिए तहसील प्रशासन और नागौर नगर परिषद की टीम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने पहुंची. राजनीतिक दखलंदाजी के बाद कार्रवाई औपचारिकता बनकर रह गई. नागौर के बदली रोड पर खसरा नं. 532 में गरीबों के कच्चे आशियाने को जेसीबी मशीन से हटाया गया. लेकिन राजनीतिक दखल के चलते कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी.
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बता दें कि कुछ दिन पहले नागौर के जिला कलेक्टर ने तहसील प्रशासन और नगर परिषद को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए थे. टीम ने बडली रोड पर कुछ दिन पहले निर्मित हुई कच्ची दीवारों और बाड़े बनाकर कब्जा करने वाले अतिक्रमण को हटाया गया. तहसीलदार सुभाष चंद्र ने मौके पर पहुंच कर निर्माण सामग्री को जब्त किया और दो ट्रॉली भरकर रवाना किया. लेकिन राजनीतिक दखल अंदाजी के चलते ये कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई.