जैसलमेर: भारत सरकार ने देश की सीमाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत पाकिस्तान से लगती भारतीय सीमा पर पुराने बाड़ों (फेंसिंग) को बदलने का कार्य शुरू किया गया है. यह कार्य गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशन में किया जा रहा है और इसे सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है. इस परियोजना की शुरुआत श्रीगंगानगर सीमा से की गई है और कुल मिलाकर 1000 किलोमीटर लंबी सीमा पर नई फेंसिंग लगाई जाएगी.
बीएसएफ के आईजी एमएल गर्ग ने बताया कि इस नई फेंसिंग में स्मार्ट तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसे 'स्मार्ट फेंसिंग' के नाम से जाना जा रहा है. BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के IG एमएल गर्ग ने इस फेंसिंग में गैजेट्स और तकनीकी उपकरणों को इंटीग्रेट करने की जानकारी दी है, जो सीमा पर निगरानी की क्षमता को बढ़ाएंगे. उन्होंने बताया कि इन उपकरणों के माध्यम से सीमा सुरक्षा बलों को संदिग्ध गतिविधियों के बारे में तत्काल जानकारी मिल सकेगी, जिससे घुसपैठ और अन्य सुरक्षा खतरों से निपटना अधिक प्रभावी हो सकेगा.
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वहीं, उन्होंने बताया कि स्मार्ट फेंसिंग में कैमरे, सेंसर और अन्य निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके माध्यम से, किसी भी घुसपैठ की कोशिश या अन्य संदिग्ध गतिविधियों का पहले ही पता लगाया जा सकेगा. इसके अलावा, उपग्रह आधारित निगरानी, ड्रोन और अन्य तकनीकी साधनों का उपयोग भी किया जाएगा, जिससे सीमा पर हर गतिविधि की 24x7 निगरानी की जा सकेगी.
भारत की सीमा सुरक्षा को लेकर यह कदम महत्वपूर्ण है, क्योंकि पाकिस्तान से लगी सीमा पर अक्सर घुसपैठ और अन्य सुरक्षा समस्याएं उत्पन्न होती रही हैं. नई फेंसिंग के जरिए इन समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी और सुरक्षा बलों को त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता मिलेगी. यह स्मार्ट फेंसिंग न केवल सीमा सुरक्षा को मजबूत करेगी, बल्कि यह भारत सरकार की सुरक्षा दृष्टिकोण को और प्रभावी बनाएगी.
सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर में भी सुधार: इसके साथ ही भारत सरकार सीमा क्षेत्र में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार भी कर रही है. नई फेंसिंग के साथ-साथ सड़क नेटवर्क को बेहतर किया जाएगा, जिससे सुरक्षा बलों की मोबिलिटी बढ़ेगी और किसी भी आपात स्थिति में सीमा पर त्वरित पहुंच बनाई जा सकेगी. यह कदम न केवल सुरक्षा बलों की कार्यक्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि सीमा क्षेत्र के नागरिकों के जीवन को भी सुरक्षित करेगा. यह कदम भारतीय सरकार की ओर से उठाए गए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम के रूप में देखा जा रहा है. स्मार्ट फेंसिंग के माध्यम से भारतीय सीमा की सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार होगा और यह सुरक्षा बलों को किसी भी प्रकार के खतरों से निपटने में सक्षम बनाएगा.