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नागौर से जाएंगे 20 हजार और आएंगे 70 हजार लोग, रजिस्ट्रेशन के बाद प्रशासन के लिए ये बड़ी चुनौती - नागौर में कोविड-19

नागौर जिले के करीब 70 हजार प्रवासियों ने घर वापसी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. वहीं, नागौर जिले में रह रहे दूसरे राज्यों के करीब 20 हजार लोगों ने अपने घर जाने के लिए आवेदन किया है. वहीं, जिला कलेक्टर ने दिनेश कुमार यादव बताया कि इतनी बड़ी संख्या में जब प्रवासी नागौर लौटेंगे तो किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो, इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है.

नागौर न्यूज़, registration of migrants
नागौर में प्रवासियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
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Published : May 9, 2020, 3:28 PM IST

नागौर. लॉकडाउन का तीसरे चरण शुरू होने के बाद से कई शहरों में रहे प्रवासी अपने घरों की ओर रूख कर रहे हैं. नागौर जिले के करीब 70 हजार प्रवासियों ने घर वापसी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. वहीं, नागौर जिले में रह रहे दूसरे राज्यों के करीब 20 हजार लोगों ने अपने घर जाने के लिए आवेदन किया है.

नागौर से जाएंगे 20 हजार और आएंगे 70 हजार लोग

ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जिले में आने पर हर तरह की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. बाहर से आने वाले लोगों की मेडिकल जांच और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था करनी होगी. नागौर जिला प्रशासन ने हालात के मद्देनजर व्यवस्था करना शुरू कर दिया है.

पढ़ें: चूरू में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर 4 नायब तहसीलदारों को बनाया गया कार्यपालक मजिस्ट्रेट

नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि अब तक जिले में फंसे 20 हजार से भी ज्यादा लोगों ने बाहरी राज्यों में जाने के लिए आवेदन किया है. साथ ही दूसरे राज्यों में रह रहे नागौर के करीब 70 हजार प्रवासियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है. गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद ही आगे की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी.

नागौर न्यूज़, registration of migrants
नागौर में प्रवासियों ने कराया रजिस्ट्रेशन

जिला कलेक्टर के मुताबिक बाहर से आने वाले लोगों की सूची तैयार की गई है. हल्का पटवारी से लेकर एसडीएम के साथ हर बीट कांस्टेबल के हिसाब से सूचना तैयार हो रही है. इतनी बड़ी संख्या में जब प्रवासी नागौर लौटेंगे तो किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो, इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है. साथ ही जिले के सभी 17 थानों के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस को निर्देश दे दिए गए हैं. सभी कर्मचारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश देते हुए सीमाएं सील करने का आदेश दिया गया है.

पढ़ें: बस-ट्रेन नहीं मिली तो साइकिल से घर के लिए रवावा हुए यूपी-बिहार के मजदूर

उम्मीद है कि गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने और सरकार के स्तर पर प्रबंध पर दूसरे प्रदेशों में रह रहे लोगों को अपने घर लौटने की मंजूरी मिल सकती है. फिलहाल नागौर जिला प्रशासन ट्रेन या बसों के जरिए प्रवासी मजदूरों को प्राथमिकता के हिसाब से उनके राज्यों तक पहुंचाया रहा है. वहीं, हैदराबाद, सूरत और अन्य शहरों में रहने वाले प्रवासी अपने निजी वाहनों से घर लौटने लगे हैं. इन लोगों की स्क्रीनिंग और कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल लेने के बाद उन्हें फौरन क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.

नागौर. लॉकडाउन का तीसरे चरण शुरू होने के बाद से कई शहरों में रहे प्रवासी अपने घरों की ओर रूख कर रहे हैं. नागौर जिले के करीब 70 हजार प्रवासियों ने घर वापसी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. वहीं, नागौर जिले में रह रहे दूसरे राज्यों के करीब 20 हजार लोगों ने अपने घर जाने के लिए आवेदन किया है.

नागौर से जाएंगे 20 हजार और आएंगे 70 हजार लोग

ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जिले में आने पर हर तरह की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. बाहर से आने वाले लोगों की मेडिकल जांच और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था करनी होगी. नागौर जिला प्रशासन ने हालात के मद्देनजर व्यवस्था करना शुरू कर दिया है.

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नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि अब तक जिले में फंसे 20 हजार से भी ज्यादा लोगों ने बाहरी राज्यों में जाने के लिए आवेदन किया है. साथ ही दूसरे राज्यों में रह रहे नागौर के करीब 70 हजार प्रवासियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है. गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद ही आगे की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी.

नागौर न्यूज़, registration of migrants
नागौर में प्रवासियों ने कराया रजिस्ट्रेशन

जिला कलेक्टर के मुताबिक बाहर से आने वाले लोगों की सूची तैयार की गई है. हल्का पटवारी से लेकर एसडीएम के साथ हर बीट कांस्टेबल के हिसाब से सूचना तैयार हो रही है. इतनी बड़ी संख्या में जब प्रवासी नागौर लौटेंगे तो किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो, इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है. साथ ही जिले के सभी 17 थानों के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस को निर्देश दे दिए गए हैं. सभी कर्मचारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश देते हुए सीमाएं सील करने का आदेश दिया गया है.

पढ़ें: बस-ट्रेन नहीं मिली तो साइकिल से घर के लिए रवावा हुए यूपी-बिहार के मजदूर

उम्मीद है कि गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने और सरकार के स्तर पर प्रबंध पर दूसरे प्रदेशों में रह रहे लोगों को अपने घर लौटने की मंजूरी मिल सकती है. फिलहाल नागौर जिला प्रशासन ट्रेन या बसों के जरिए प्रवासी मजदूरों को प्राथमिकता के हिसाब से उनके राज्यों तक पहुंचाया रहा है. वहीं, हैदराबाद, सूरत और अन्य शहरों में रहने वाले प्रवासी अपने निजी वाहनों से घर लौटने लगे हैं. इन लोगों की स्क्रीनिंग और कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल लेने के बाद उन्हें फौरन क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.

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