कोटा. ग्रामीण पुलिस ने सुकेत थाना क्षेत्र में मिले शव मामले में गुरुवार को खुलासा करते हुए मृतक के भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. छोटे भाई ने ही अपने दोस्त और सुपारी किलरों के साथ मिलकर बड़े भाई की हत्या की थी. इस मामले में दो सुपारी किलर अभी फरार हैं. पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने भाई को डीजल डालकर जलाने का प्रयास भी किया था.
जानकारी के अनुसार, सुकेत थाना इलाके में होलिका खूंट गांव में एक कुएं के नजदीक खून फैला हुआ था और खेत मालिक सत्यनारायण गुर्जर लापता था. ऐसे में पुलिस को शक हुआ कि किसी व्यक्ति ने उसे कुएं में फेंक दिया है. पुलिस ने उसका शव बाहर निकाला और हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. इस मामले में पुलिस को प्रथम दृष्टया परिजनों पर ही शक हुआ. क्योंकि, खेत भी सत्यनारायण का था. परिजनों को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं थी. जब पुलिस ने सख्ती से मृतक के भाई कमल से पूछताछ की तो वह टूट गया.
हत्या कर कुएं में फेंक दिया शव...
एसपी शहर चौधरी ने बताया कि हत्या को अंजाम देने के लिए योजना के अनुसार सभी लोग सत्यनारायण के खेत पर पहुंच गए और पंप की मोटर को खराब कर दिया. आरोपी आसपास की जगह जाकर छुप गए. जैसे ही सत्यनारायण उसको सही करने के लिए कुएं में उतरा आरोपियों ने ऊपर से पत्थर फेंका. हालांकि, पत्थर सटीक निशाने पर नहीं लगा. सत्यनारायण घायल अवस्था में कुएं से बाहर आया. इस पर आरोपियों ने उस पर लाठियों से हमला कर दिया. इससे वह लहूलुहान हो गया. साथ ही, उसके ऊपर डीजल छिड़ककर मारने की कोशिश भी की गई. हालांकि, आसपास लोगों के आने की आहट होने पर वह सत्यनारायण को कुएं में फेंक कर चले गए.
50 हजार रुपये में तय हुआ सौदा...
कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि मृतक सत्यनारायण की पत्नी उसके साथ नहीं रहती थी. ऐसे में सत्यनारायण के भाई कमल ने उसकी सवा बीघा जमीन हड़पने के लिए प्लान बनाया. उसने इस मामले में अपने दोस्त विष्णु कुमार को भी शामिल किया. उससे पूरी बात बताई, विष्णु कुमार ने ही झालावाड़ जिले के सुपारी किलर ललन और दीपक को तैयार किया और उन्होंने ढाई लाख रुपए की डिमांड की. हालांकि, सौदा 50 हजार रुपए में तय हुआ. इन्होंने घटना को कारित करने के लिए 31 दिसंबर की रात को तय किया.