सांगोद (कोटा). क्षेत्र में राजकीय आईटीआई में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थियों के साथ अब प्रशिक्षक भी सुरक्षा मानक उपकरणों के साथ कार्य करते नजर आएंगे. सिर पर सुरक्षा को लेकर हेलमेट होगा तो पैरों में जुत्ते, हाथों में दास्ताने पहनकर अभ्यास करना होगा.
![राजकीय ITI में सुरक्षा उपकरणों के साथ कार्य, Work with security equipment in state ITI](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-kta-01-nowtraineesandtrainerswillworkwithsecurityequipmentinstateitidecisionwastakeninimcmeeting_13042021130031_1304f_1618299031_153.jpg)
अनुदेशकों को भी प्रायोगिक कक्षाओं के संचालन के दौरान इन सुरक्षा मानकों की पालना करनी होगी. आईएमसी की बैठक में लिए निर्णय की पालना में यहां प्रशिक्षणार्थियों एवं अनुदेशकों को सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाए गए है. उल्लेखनीय है कि यहां राजकीय आईटीआई में प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों और अनुदेशक दोनों को कई जटिल एवं भारी मशीनों पर भी कार्य करना पड़ता है. इस दौरान जरा सी चूक से उनके चोटिल होने की संभावना रहती है.
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ऐसे में हाल ही में हुई आईटीआई के आईएमसी की बैठक में संस्थानों में कार्य स्थलों पर सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सुरक्षा उपकरणों के उपयोग के निर्देश जारी किए थे. संस्थान अधीक्षक डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला पर सुरक्षा जरूरी है, इसके लिए कार्य स्थलों पर सुरक्षा मानकों का पालन भी जरूरी है. संस्थान के प्रशिक्षणार्थी और अनुदेशक अब कार्य के दौरान हमेशा पैरों में जुते एवं हाथों में दास्तानें का उपयोग करेंगे. वहीं प्रायोगिक कक्षा में सिर पर हेलमेट होना जरूरी होगा. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षणार्थी सफेद रंग एवं अनुदेशक नीले एवं वीजीटर हरे रंग के हेलमेट का उपयोग करेंगे.