कोटा. हाड़ौती अंचल के वन्य जीव प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है. मुकुंदरा टाइगर रिजर्व को शुक्रवार को एक नया सदस्य मिल गया है. रणथंभौर से कोटा के मुकुंदरा में एक बाघिन को लाया गया है जिसके बाद इस रिजर्व में बाघिनों की संख्या में दो हो गई है. ऐसे में अब बाघों का कुनबा बढ़ने की संभावना है.
अब मुकुंदरा में बाघों के 2 जोड़े
दरअसल, रणथम्भौर के टाइगर टी-83 लाइटिंग को ट्रेंकुलाइज कर जिले के मुकुंदरा में लाया गया है. अब टी-83 के मुकंदरा पहुंचने के बाद मुकंदरा में बाघों के कुल 2 जोड़े हो गए है. ऐसे में मुकंदरा में जल्द ही बाघों का कुनबा बढ़ेगा. शुक्रवार को कोटा लाई गई बाघिन को फिलहाल सॉफ्ट एंक्लोजर में रिलीज किया गया है.
बढ़ेगा बाघों का कुनबा
बाघों की संख्या बढ़ने से इस नेशनल टाइगर रिजर्व सेंचुरी से उम्मीद बनने लगी है. 2013 से टाइगर रिजर्व घोषित हाड़ौती स्थित मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व पार्क बाघ की धार से गुंजायमान हो गया है. शुक्रवार दोपहर 1 बजे टाइगर 83 ने रिजर्व के एंक्लोजर में अपना कदम रखा.
ट्रैकुलाइज कर लाया गया बाघिन को
रणथंभोर टाइगर रिजर्व सेंचुरी में वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की टीम ने टाइगर टी-83 को ट्रेंकुलाइज किया. इसके बाद बाघ को पूरी तरह बेहोश होने के बाद उसे स्ट्रेचर पर रखा और पिंजरे में शिफ्ट कर पूरी मॉनिटरिंग और विशेषज्ञों की टीम के साथ सड़क मार्ग के जरिए मुकंदरा लाया गया है.
हार्ड एंक्लोजर में छोड़ा जाएगा बाघिन को
फिलहाल मुकंदरा रिजर्व में बने 28 हेक्टेयर के छोटे एंक्लोजर में बाघिन को सॉफ्ट रिलीज किया गया है. कुछ दिन बाद इसे मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के 82 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के हार्ड एंक्लोजर में छोड़ा जाएगा. मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में चार दिवारी बाघों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बनाई गई है. साथ ही भोजन और पानी समेत सुरक्षा के माकूल इंतजाम भी किए हैं.
प्रस्तावित थे 2 जोड़े
पहले फेज में यहां पर दो बाघ और दो बाघिन को छोड़ा जाना प्रस्तावित था, जो पूरा हो गया है. हाड़ौती के वन्यजीव प्रेमियों ने बाघों के आने से बहुत खुशी है. लोगों को उम्मीद है कि पर्यटन से लेकर इलाके, जिले व प्रदेश को नई पहचान मुकुंदरा टाइगर रिजर्व से मिलेगी.