सांगोद (कोटा). खेतों में दूर-दूर तक कई फिट पानी भरा हुआ है. खेतों में भरे पानी के कारण किसानों के चेहरे मुरझा गए है. पानी की निकासी नहीं होने के कारण खेतों में पानी भर गया है. इस कारण से सोयाबीन की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है. ऐसे में अब किसान करें तो क्या करें.
किसान मुकेश सुमन का कहना है कि अत्यधिक बारिश होने के कारण खेतों में दिवाली तक अब दूसरी फसल की गुंजाइश नहीं है. पानी के कारण फसलों में 70 प्रतिशत तक खराब हो गई है. वहीं दूसरी ओर किसान लालचंद सुमन का कहना है कि अब खेतों में कुछ कर नहीं सकते. सब्जी का सारा बीज और लगाई हुई सब्जियां भी नष्ट हो गई है.
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उनका कहना है कि सोयाबीन की फसल तो न के बराबर है. खेतों में जाने तक का रास्ता बंद हो गया. जानवरों भी चारे पानी को तरस गए है. पानी के चलते खेतो में कई प्रकार के जहरीले जीव-जंतु पनप गए है. जिससे लोगों को काट खाने का भी खतरा भी बढ़ गया है. यही नहीं पानी के कारण स्कूली बच्चें भी परेशान है. बच्चों को भी कीचड़ और पानी से होकर गुजरना पड़ता है. जगह-जगह पानी भरे होने के कारण कई बार तो बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते.