कोटा. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से शिक्षकों के तबादले होने के साथ ही विद्यालयों में इसे लेकर विरोध होना शुरू हो गया है. दीगोद तहसील क्षेत्र के जालिमपुरा कि रा.उ.मा.विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल मेहरा का तबादला हो जाने के चलते मंगलवार को स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया.
वहीं, विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानाचार्य का तबादला निरस्त करने की मांग की. मौके पर पहुंचे प्रशासन के ओर से समझाइश करने का प्रयास करने पर विद्यार्थियों ने प्रधानाचार्य का तबादला निरस्त नहीं होने पर स्कूल में नहीं पढ़ने की चेतावनी दी.
पढे़ं:प्रिंसिपल के तबादले के विरोध में दूसरे दिन भी चाकसू में विद्यार्थियों का धरना-प्रदर्शन जारी
पीपल्दा में भी छात्रों ने किया विरोध
वहीं इटावा उपखंड क्षेत्र पीपल्दा कस्बे में स्थित सीनियर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी प्रधानाचार्य गिर्राज नागर के तबादले को लेकर रोष जताते हुए तहसील कार्यालय के बाहर अपना धरना शुरू कर दिया. साथ ही प्रधानाचार्य का तबादला निरस्त करने की मांग की है.
वहीं, तबादला निरस्त नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. विद्यार्थियों ने पीपल्दा तहसीलदार रामचरण मीणा को ज्ञापन देकर तबादला निरस्त करवाने की मांग है अन्यथा उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
पढे़ं:प्रिंसिपल के तबादले के विरोध में प्रदर्शन पर उतरी छात्र-छात्राएं, विद्यालय के गेट पर जड़ा ताला
भरतपुर जिले के डीग में छात्रों का प्रदर्शन
डीग क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अऊ में प्राचार्य हरवीर चाहर का तबदला किये जाने के पर ग्रामीणों और बच्चों ने स्कूल के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया. प्राचार्य के तबादले को लेकर ग्रामीणों और छात्र-छात्राओं में भारी रोष व्याप्त है.
ग्रामीणों ने बताया कि प्राचार्य ने गांव के स्कूल में शिक्षा के साथ साथ अनुशासन, स्कूल के नामांकन में 125 प्रतिशत की वृद्धि और स्कूल को 2 स्टार से 5 स्टार रैंक दिलवाया है. वहीं जिले में टॉप 3 स्कूलों में यह स्कूल दूसरे नम्बर पर है.
पढे़ं: प्रदेश कांग्रेस के अधिवेशन में तय समय तक नहीं पहुंचे पार्टी कार्यकर्ता
बता दें कि शैक्षिक स्तर, कठोर अनुशासन, छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था, 5 स्टार रैंक, जिले में टॉप 3 में दूसरा स्थान, हर वर्ष शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम और भामाशाहों को विद्यालय विकास के लिए प्रेरित कर भवन निर्माण करने के उपलक्ष्य में प्रिंसिपल को 5 सितंबर को राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री द्वारा जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में सम्मानित भी किया गया था.
स्कूल की छात्राओं ने बताया कि प्राचार्य की वजह से स्कूल में कठोर अनुशासन है और वह सुरक्षित है. छात्राओं ने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रिंसिपल नहीं तो स्कूल नहीं. वहीं, या तो हमें प्रिंसिपल दो या टीसी दो के नारे लगाए. साथ ही ग्रामीणों और स्कूल के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य का स्थानांतरण रुकवाने की मांग की है.