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Special : दीपावली की मिठाई में भी चुनाव का तड़का, दुकानों पर बिक रहे 'फूल' और 'हाथ'

Deepawali 2023, दीपावली पर थीम बेस्ड मिठाइयों का क्रेज बढ़ रहा है. इस बार राजस्थान में चुनावी माहौल है. ऐसे में कोटा में क्रैकर्स मिठाई के साथ ही स्पेशल राजनीतिक दलों के सिंबल की मिठाइयां भी बाजारों में बिक रही हैं. पढ़िए ये रिपोर्ट...

political symbols sweets
राजनीतिक पार्टियों के सिंबल वाली मिठाई
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 12, 2023, 9:54 AM IST

Updated : Nov 12, 2023, 11:18 AM IST

कोटा की स्पेशल मिठाई

कोटा. दिवाली के त्योहार पर घर पर आने वाले मेहमानों का स्वागत मिठाई से किया जाता है. इस पर्व पर मिठाई की बहुत अहमियत रहती है. ऐसे में शहर में अलग-अलग वैरायटी की मिठाइयां बाजार में उपलब्ध रहती हैं, लेकिन इस बार राजस्थान में चुनावी माहौल चल रहा है, जिसके चलते राजनीतिक पार्टियों के सिंबल वाली मिठाइयां भी कोटा के मार्केट में पहुंच गई हैं.

तलवंडी इलाके में मिठाई का आउटलेट चलाने वाले सचिन माहेश्वरी का कहना है कि वह हर साल क्रैकर्स शेप में मिठाई तैयार करवाते थे. इस बार भी उन्होंने क्रैकर्स की मिठाई तैयार करवाई थी. प्रदेश में चुनावी माहौल है और कोटा में भी कई राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं. इन्हीं को देखते हुए उन्होंने राजनीतिक दलों के सिंबल की मिठाई तैयार की है. इसे लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं.

पढ़ें. Diwali 2023 : ये पटाखे हैं 'खास', इन्हें जलाया नहीं, बल्कि खाया जाता है, यहां जानें क्रैकर स्वीट्स की खासियत

राजनीतिक दलों के लोग ले जा रहे मिठाई : सचिन माहेश्वरी का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों के सिंबल में उन्होंने कमल का फूल और हाथ के निशान के अलावा भी कुछ अन्य बनाए हैं. राजनीतिक दलों के लोग, जो उन्हें जानते हैं, उनके कहने पर ही उन्होंने ये मिठाइयां तैयार की थी. ऐसे में उनसे इस मिठाई की खरीद कर लेकर जा रहे हैं. इन मिठाइयों की कीमत 1000 से लेकर 1200 रुपए किलो के बीच में है. क्रैकर्स वाली मिठाई के भी यही दाम हैं. क्रैकर्स वाली मिठाई में अनार, सुतली बम, पटाखे की लड़ी, माचिस, फ्लावर और दीपक सहित कई तरह के आइटम उन्होंने बनाए हैं.

political symbols sweets
राजनीतिक पार्टियों के सिंबल वाली मिठाई

बंगाल के कारीगर बना रहे मिठाई : सचिन माहेश्वरी का कहना है कि एक मिठाई का पीस का वजन 100 से लेकर 300 ग्राम तक है. इसे पूरी तरह से काजू और अन्य ड्राई फ्रूट के बेस से तैयार किया गया है. इसमें शक्कर और शुद्ध घी के अलावा फूड कलर का भी उपयोग किया गया है, जो पूरी तरह से सेफ है. उनका कहना है कि उनके पास वेस्ट बंगाल से कारीगरों की पूरी फौज है, जिन्हें वह हर सीजन के अनुसार से मिठाई तैयार करने के लिए कहते हैं. राखी के सीजन में, होली पर कलरफुल और दीपावली पर पटाखे की शेप की मिठाई तैयार करवाते रहे हैं.

कोटा की स्पेशल मिठाई

कोटा. दिवाली के त्योहार पर घर पर आने वाले मेहमानों का स्वागत मिठाई से किया जाता है. इस पर्व पर मिठाई की बहुत अहमियत रहती है. ऐसे में शहर में अलग-अलग वैरायटी की मिठाइयां बाजार में उपलब्ध रहती हैं, लेकिन इस बार राजस्थान में चुनावी माहौल चल रहा है, जिसके चलते राजनीतिक पार्टियों के सिंबल वाली मिठाइयां भी कोटा के मार्केट में पहुंच गई हैं.

तलवंडी इलाके में मिठाई का आउटलेट चलाने वाले सचिन माहेश्वरी का कहना है कि वह हर साल क्रैकर्स शेप में मिठाई तैयार करवाते थे. इस बार भी उन्होंने क्रैकर्स की मिठाई तैयार करवाई थी. प्रदेश में चुनावी माहौल है और कोटा में भी कई राजनीतिक दल चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं. इन्हीं को देखते हुए उन्होंने राजनीतिक दलों के सिंबल की मिठाई तैयार की है. इसे लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं.

पढ़ें. Diwali 2023 : ये पटाखे हैं 'खास', इन्हें जलाया नहीं, बल्कि खाया जाता है, यहां जानें क्रैकर स्वीट्स की खासियत

राजनीतिक दलों के लोग ले जा रहे मिठाई : सचिन माहेश्वरी का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों के सिंबल में उन्होंने कमल का फूल और हाथ के निशान के अलावा भी कुछ अन्य बनाए हैं. राजनीतिक दलों के लोग, जो उन्हें जानते हैं, उनके कहने पर ही उन्होंने ये मिठाइयां तैयार की थी. ऐसे में उनसे इस मिठाई की खरीद कर लेकर जा रहे हैं. इन मिठाइयों की कीमत 1000 से लेकर 1200 रुपए किलो के बीच में है. क्रैकर्स वाली मिठाई के भी यही दाम हैं. क्रैकर्स वाली मिठाई में अनार, सुतली बम, पटाखे की लड़ी, माचिस, फ्लावर और दीपक सहित कई तरह के आइटम उन्होंने बनाए हैं.

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राजनीतिक पार्टियों के सिंबल वाली मिठाई

बंगाल के कारीगर बना रहे मिठाई : सचिन माहेश्वरी का कहना है कि एक मिठाई का पीस का वजन 100 से लेकर 300 ग्राम तक है. इसे पूरी तरह से काजू और अन्य ड्राई फ्रूट के बेस से तैयार किया गया है. इसमें शक्कर और शुद्ध घी के अलावा फूड कलर का भी उपयोग किया गया है, जो पूरी तरह से सेफ है. उनका कहना है कि उनके पास वेस्ट बंगाल से कारीगरों की पूरी फौज है, जिन्हें वह हर सीजन के अनुसार से मिठाई तैयार करने के लिए कहते हैं. राखी के सीजन में, होली पर कलरफुल और दीपावली पर पटाखे की शेप की मिठाई तैयार करवाते रहे हैं.

Last Updated : Nov 12, 2023, 11:18 AM IST
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