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कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अपनी ही सरकार के मंत्री के खिलाफ निकाली रैली, विरोध में लगवाए नारे

सांगोद से कांग्रेस पार्टी के विधायक भरत सिंह ने बारां जिले के अंता तहसील के गांव खान की झोपड़ियों को कोटा में शामिल करने की मांग की है. इस मकसद से आयोजित रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भरत सिंह अपनी ही पार्टी की सरकार के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

Sangod MLA Bharat Singh
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Published : Oct 8, 2021, 2:24 PM IST

Updated : Oct 8, 2021, 9:14 PM IST

कोटा. सांगोद के विधायक भरत सिंह ने बारां से लेकर गांव खान की झोपड़िया को कोटा जिले में शामिल करने की मांग रखी है. इसको लेकर शुक्रवार को सभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन था लेकिन ऐन मौके पर इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया. सभी कार्यकर्ता कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पर एकत्रित हो गए थे, लेकिन उसके बाद शहर भर में ही रैली निकाली गई. जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ही विधायक भरत सिंह के नेतृत्व में खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ नारेबाजी की.

विधायक भरत सिंह का कहना है कि 'मैंने संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा से स्पष्ट राय मांगी थी. उन्होंने पत्र भेजा है. मैंने पढ़ा नहीं है, उन्हें ज्ञापन लिखा है. जिसको हम संभागीय आयुक्त तक पहुंचा देंगे'. उन्होंने कहा कि हमारी मांग सीधी सी है, जो बाएं पैर का जूता दाएं पैर में पहना दिया है. सरकार से उसको सही करने की मांग है. तीन दशक पहले यह भूल सरकार ने की है और उसको दुरुस्त करने के अनेक कारण हैं. जो लोग खान की झोपड़ियों में रहते हैं, उन्हें विकास का लाभ मिले और अवैध खनन वहां पर नहीं हो. खनन वहां पर होता है उसका पैसा भी कोटा जिले में आए. भूलवश बारां जिले में चल गया है. भरत सिंह ने कहा कि कई बार ऐसे कामों के लिए प्रदर्शन करने पड़ते हैं. सरकार भी मांग करती है कि धीरे-धीरे क्यों बोलते हो जोर से बोलो इसीलिए प्रदर्शन होते हैं.

कांग्रेस विधायक भरत सिंह से बातचीत

यह भी पढ़ें. रघु शर्मा के गुजरात प्रभारी बनते ही कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं ने पकड़ी रफ्तार...गहलोत सरकार के ये बड़े चेहरे भी जा सकते हैं संगठन में

अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के सवाल पर भरत सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है हमने खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ प्रदर्शन किया है. इस मामले में आगे की रणनीति के बारे में उन्होंने कहा कि दशहरे के दिन गोबर का एक रावण बनाएंगे जिस पर चमकीली पन्नी और पटाखे लगाकर और उसे चलाएंगे.

खान की झोपड़ियों में रहने वाले गरीब मजदूर हैं. वह केवल पत्थर तोड़ने का ही काम करते हैं. ऐसे में उनकी मांग को हम रख रहे हैं. संभागीय आयुक्त से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी बैठे हैं, जो इस गलती को दुरुस्त करेंगे.

यह भी पढ़ें. सरकार के 'सारथी' पायलट : हेलीपैड से सभा स्थल तक 'सरकार' फ्रंट सीट पर, स्टेयरिंग पायलट के हाथ में..मंच से गहलोत-पायलट ने कहा- कांग्रेस एकजुट

भरत सिंह ने कहा कि अगर 'मैं यह सोच लूं कि यह मेरा लेना-देना नहीं है तो फिर किसका लेना देना है? गांव के लोग अनपढ़ और गरीब हैं'. हमने पहले भी पुलिस सीमा में कई गांवों में बदलाव किए हैं, जिससे उन्हें नजदीक के थाने और डिप्टी ऑफिस के अधीन किया जाए. भरत सिंह ने कहा कि उनकी कोई खान नहीं है लेकिन मंत्री प्रमोद जैन भाया को यह खान की झोपड़िया भा गया है. इसीलिए यह बारां जिले में ही है.

गांव की सीमा ही समस्या

भरत सिंह ने कहा कि गांव में जाकर सरकार अभी शिविर लगा रही है. पट्टों का वितरण किया जा रहा है. जबकि इधर के गांव को उधर करना है, उसको दुरुस्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने राजस्व मंत्री से बात की है, उनका भी रुख सकारात्मक है. कोटा में नया एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, उसके लिए बूंदी जिले के 3 गांवों को 3 दिन में कोटा जिले में शामिल कर दिया. जबकि खान की झोपड़ियों गांव को 30 साल का समय हो गया, लेकिन गलती दुरुस्त नहीं हुई है.

कोटा. सांगोद के विधायक भरत सिंह ने बारां से लेकर गांव खान की झोपड़िया को कोटा जिले में शामिल करने की मांग रखी है. इसको लेकर शुक्रवार को सभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन था लेकिन ऐन मौके पर इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया. सभी कार्यकर्ता कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पर एकत्रित हो गए थे, लेकिन उसके बाद शहर भर में ही रैली निकाली गई. जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ही विधायक भरत सिंह के नेतृत्व में खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ नारेबाजी की.

विधायक भरत सिंह का कहना है कि 'मैंने संभागीय आयुक्त कैलाश चंद्र मीणा से स्पष्ट राय मांगी थी. उन्होंने पत्र भेजा है. मैंने पढ़ा नहीं है, उन्हें ज्ञापन लिखा है. जिसको हम संभागीय आयुक्त तक पहुंचा देंगे'. उन्होंने कहा कि हमारी मांग सीधी सी है, जो बाएं पैर का जूता दाएं पैर में पहना दिया है. सरकार से उसको सही करने की मांग है. तीन दशक पहले यह भूल सरकार ने की है और उसको दुरुस्त करने के अनेक कारण हैं. जो लोग खान की झोपड़ियों में रहते हैं, उन्हें विकास का लाभ मिले और अवैध खनन वहां पर नहीं हो. खनन वहां पर होता है उसका पैसा भी कोटा जिले में आए. भूलवश बारां जिले में चल गया है. भरत सिंह ने कहा कि कई बार ऐसे कामों के लिए प्रदर्शन करने पड़ते हैं. सरकार भी मांग करती है कि धीरे-धीरे क्यों बोलते हो जोर से बोलो इसीलिए प्रदर्शन होते हैं.

कांग्रेस विधायक भरत सिंह से बातचीत

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अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के सवाल पर भरत सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है हमने खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ प्रदर्शन किया है. इस मामले में आगे की रणनीति के बारे में उन्होंने कहा कि दशहरे के दिन गोबर का एक रावण बनाएंगे जिस पर चमकीली पन्नी और पटाखे लगाकर और उसे चलाएंगे.

खान की झोपड़ियों में रहने वाले गरीब मजदूर हैं. वह केवल पत्थर तोड़ने का ही काम करते हैं. ऐसे में उनकी मांग को हम रख रहे हैं. संभागीय आयुक्त से लेकर बड़े-बड़े अधिकारी बैठे हैं, जो इस गलती को दुरुस्त करेंगे.

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भरत सिंह ने कहा कि अगर 'मैं यह सोच लूं कि यह मेरा लेना-देना नहीं है तो फिर किसका लेना देना है? गांव के लोग अनपढ़ और गरीब हैं'. हमने पहले भी पुलिस सीमा में कई गांवों में बदलाव किए हैं, जिससे उन्हें नजदीक के थाने और डिप्टी ऑफिस के अधीन किया जाए. भरत सिंह ने कहा कि उनकी कोई खान नहीं है लेकिन मंत्री प्रमोद जैन भाया को यह खान की झोपड़िया भा गया है. इसीलिए यह बारां जिले में ही है.

गांव की सीमा ही समस्या

भरत सिंह ने कहा कि गांव में जाकर सरकार अभी शिविर लगा रही है. पट्टों का वितरण किया जा रहा है. जबकि इधर के गांव को उधर करना है, उसको दुरुस्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने राजस्व मंत्री से बात की है, उनका भी रुख सकारात्मक है. कोटा में नया एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, उसके लिए बूंदी जिले के 3 गांवों को 3 दिन में कोटा जिले में शामिल कर दिया. जबकि खान की झोपड़ियों गांव को 30 साल का समय हो गया, लेकिन गलती दुरुस्त नहीं हुई है.

Last Updated : Oct 8, 2021, 9:14 PM IST
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