कोटा. भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल लगातार यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर हमले किए जा रहे हैं. वे दस्तावेज के आधार पर कई बार पहले भी यूडीएच मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं. अब उन्होंने एक और आरोप मंत्री धारीवाल और उनके पुत्र पीसीसी महासचिव अमित धारीवाल पर लगाया है.
उनका आरोप है कि एक बिल्डर को ब्लैकमेल कर उसके यहां पर कमर्शियल स्पेस मंत्री पुत्र ने सस्ते दामों पर खरीदा है. इस बिल्डिंग को मुख्य सड़क पर लाने और फायदा पहुंचाने के लिए रोटरी फ्लाईओवर व चंबल नदी की पुलिया तोड़कर अंडरपास निर्माण किया गया है. इसके लिए जयपुर जाने वाले मुख्य मार्ग की सड़क को ही घुमा दिया गया. यह दोनों 40 करोड़ रुपए के बने हैं. यह पूरी तरह से घोटाला है. लोग इस फ्लाईओवर पर चढ़ना नहीं चाहते हैं. बड़े वाहनों के लिए जबरन रास्ता ब्लॉक कर उन्हें भेजा जा रहा है.
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प्रहलाद गुंजल ने कहा कि रेरा के चक्कर में बिल्डिंग मालिक फंस गया था. ऐसे में उसे बचाने का झांसा दिया गया और उससे यह कमर्शियल स्पेस हड़पा गया. पहले कुछ लोगों को यह स्पेस बेच दिया गया था, फिर उन लोगों से छोटी-छोटी दुकान वापस ले ली गई और उन्हें तोड़कर बड़ा स्पेस बनाया गया. इस 28 हजार स्क्वायर फीट कमर्शियल स्पेस को अमित धारीवाल को सस्ते दामों पर बेचा गया. इसके लिए बिल्डिंग का लेआउट प्लान भी 10 साल बाद बदल दिया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि इसकी रजिस्ट्री में भी सरकार को करोड़ों रुपए की राजस्व हानि पहुंचाई गई है. डीएलसी से काफी सस्ते दर में इसकी रजिस्ट्री करवाई गई है. प्रहलाद गुंजल ने आरोप लगाया कि मंत्री शांति धारीवाल के पुत्र अमित धारीवाल के नाम पर रजिस्ट्री करवाई गई. जिस जगह यह बिल्डिंग है, वहां की डीएलसी दर कुन्हाड़ी गांव की लेकर रजिस्ट्री करवाई गई है. जबकि इस बिल्डिंग के सामने से चंचल बिहार की ही साल 2021 में डीएलसी दर 6000 से ज्यादा थी. इस जगह की डीएलसी दर करीब 10000 के आसपास है. सरकार आने पर पूरे मामले का विश्लेषण करेंगे. इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी.