कोटा. महानिरीक्षक जेल विक्रम सिंह ने कोटा में केंद्रीय कारागार का निरीक्षण किया था और इस दौरान उन्होंने केंद्रीय कारागार में पेट्रोल पंप खोलने की बात कही है. जहां पर कैदियों के जरिए ही इस पेट्रोल पंप को संचालित करवाया जाएगा. यह कैदी पेट्रोल पंप पर आने वाले ग्राहकों के वाहनों में पेट्रोल और डीजल भरते नजर आएंगे.
प्रदेश में जेल में बंद कैदियों को रोजगार के माध्यमों से जोड़ा जा रहा है. जिससे वे अपराध के रास्तों को छोड़कर अच्छे मार्ग पर चलें. इसी क्रम में अब केंद्रीय कारागार कोटा में पेट्रोल पंप संचालित किया जाएगा. जहां पर कैदियों को ही ड्यूटी पर लगाया जाएगा. इसकी घोषणा खुद राजस्थान कारागार के महानिरीक्षक विक्रम सिंह ने की है. विक्रम सिंह ने कोटा में केंद्रीय कारागार का निरीक्षण किया था और इस दौरान उन्होंने केंद्रीय कारागार में पेट्रोल पंप खोलने की बात कही है. जहां पर कैदियों के जरिए ही इस पेट्रोल पंप को संचालित करवाया जाएगा. यह कैदी पेट्रोल पंप पर आने वाले ग्राहकों के वाहनों में पेट्रोल और डीजल भरते नजर आएंगे.
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कोटा की केंद्रीय कारागार अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि जेल महानिरीक्षक विक्रम सिंह ने बंदी सुधारात्मक नवाचारों का अवलोकन करते हुए उन्होंने इनके सराहना की है. उन्होंने जेल अस्पताल, उद्योग शाला, जेल पुस्तकालय, बंदी कंप्यूटर, प्रशिक्षण केंद्र, केरला आयुर्वैदिक व पंचकर्म थेरेपी सेंटर, अत्याधुनिक बंदी भोजनशाला, सहित सभी वार्डों का भी निरीक्षण किया है.
इस दौरान विक्रम सिंह ने जेल के कार्मिकों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि सभी कैदियों की परेशानियों को दूर करने के लिए प्रयास किया जाए. सभी बंदियों को हुनरमंद बनाया जाए, जिससे वे कारागृह के बाहर जब जाएं, तो उनके सामने आजीविका का संकट नहीं हो.
आर्केस्ट्रा बैंड की सराहना की
इस दौरान ही जेल के बंदियों के ही आर्केस्ट्रा बैंड 'आशाएं' ने संगीतमय कार्यक्रम की प्रस्तुति दी. जिसका भी जेल महानिरीक्षक विक्रम सिंह ने सराहना दी है. साथ ही आश्वासन दिया है कि बंदियों की समय-समय पर रिहाई के लिए स्थाई पैरोल मीटिंग बिठाई जाएगी.
IOCL से हो गया कोटा जेल का एमओयू
जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल का कहना है कि पेट्रोल पंप के लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड से एमओयू भी कोटा जेल हो गया है. पेट्रोल पंप को कोटा जेल परिसर में ही स्थापित किया जाएगा. जिसमें अधिकांश महिला बंदियों को प्राथमिकता से लगाया जाएगा, जो कि खुली जेल की है. साथ ही पेट्रोल पंप से होने वाले रेवेन्यू को जेल विभाग को भेजा जाएगा, ताकि कैदियों के कल्याण के कार्य ज्यादा करवाए जा सके.