कोटा. हाड़ौती में नदियां ऊफान पर होने से आसपास के एरिया के जलमग्न होने और बाढ़ की बनी हुई है. जिसके चलते सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, आपदा राहत मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कोटा संभाग का एरियल सर्वे किया. इसके बाद वे कोटा एयरपोर्ट पर आए.
यहां पर उन्होंने पहले तो अधिकारियों से कोटा संभाग की स्थिति के बारे में जानकारी ली. इसके बाद उन्हें लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश भी दिए हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. यह कोई असम-बिहार जैसी बाढ़ नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में तेज बारिश के बाद बांधों क्षमता से ज्यादा पानी आ गया है. जिनकी निकासी के चलते ही नदियों के आसपास के एरिया में पानी भर गया है.
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इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग हमेशा तंज कसते थे कि 'कांग्रेस की सरकार आने पर अकाल आता है'. उन सभी लोगों के मुंह पर ताले लग गए हैं. अब सब की बोलती बंद हो गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान में केवल 5 जिलों को छोड़कर सब जगह औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि प्रदेश के किसी भी बांध को कोई खतरा नहीं है. पहले ऐसी स्थिति नजर आई थी. लेकिन अब ऐसा कोई खतरा नहीं है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि रावतभाटा में आदर्श विद्या मंदिर में फंसे 400 बच्चे और 50 स्कूल टीचर्स को निकालने का काम शुरू हो गया है. जल्दी उनको रेस्क्यू कर कर सकुशल निकाल लिया जाएगा.