ETV Bharat / state

कोटा: सुपर स्पेशलिटी विंग से Covid-19 वार्ड में शिफ्ट करने के विरोध में नर्सिंगकर्मियों ने दिया ज्ञापन

कोटा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी विंग में चल रहे एसएसबी सेंटर को प्रशासन ने पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट करने की तैयारियां की. कोविड आइसुलेशन वार्ड में काम कर रहे नर्सिंग कर्मीयों ने शनिवार को विरोध किया और अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा.

Kota Medical College Hospital, कोटा कोरोना वायरस न्यूज
नर्सिंग कर्मियों ने दिया ज्ञापन
author img

By

Published : Jul 4, 2020, 10:55 PM IST

कोटा. जिले में न्यू मेडिकल कॉलेज प्रशासन सुपर स्पेशलिटी विंग में संचालित हो रहे कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट करने की तैयारियों में जुट गया है, लेकिन अब इस बारे में खबर मिलने के बाद कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड में तैनात नर्सिंग कर्मियों में न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया है.

नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन ने जिस तरह का निर्णय लिया है, वह नर्सिंग स्टाफ के हित में नहीं है, क्योंकि न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग मैं कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड के मुताबिक वातानुकूलित वार्ड नहीं है. ऐसे में अगर पुरानी बिल्डिंग में आइसोलेशन वार्ड को शिफ्ट किया जाता है तो 12 घंटे तक पीपीई कीट पहनकर उनके द्वारा काम करना संभव नहीं है.

नर्सिंग कर्मियों ने दिया ज्ञापन

न्यू मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से सुपर स्पेशलिटी विंग आइसोलेशन वार्ड को अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट करने के फैसले को बदलने की मांग को लेकर शनिवार को आइसोलेशन वार्ड में तैनात नर्सिंग स्टाफ कर्मी न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर सुशील से मिले.

पढ़ें- कोटा: परीक्षा रद्द करवाने की मांग पर अड़ा पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, दी चेतावनी

इस दौरान न्यू मेडिकल कॉलेज प्रशासन के फैसले को बदलने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा, लेकिन नर्सिंग स्टाफ कर्मियों को अस्पताल अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर सुशील ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड को शिफ्ट करने का अधिकार उनके हाथ में नहीं है. यह अधिकार न्यू मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना के हाथ में है, नर्सिंग स्टाफ कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सरदाना से मुलाकात करें.

कर्मियों को अस्पताल अधीक्षक ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांग का ज्ञापन मेडिकल कॉलेज प्राचार्य तक पहुंचा दिया जाएगा. इस संबंध में वही कुछ उपयुक्त कदम उठा सकते हैं, उन्होंने यह भी कहा कि हम तो चाहते हैं कि एसएसबी सेंटर और न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल दोनों को ओपीडी के लिए सुचारू कर दिया जाए, जबकि कोविड-19 के लिए रेलवे या ईएसआई अस्पताल को चिन्हित वहां सेंटर स्थापित किया जा सकता है, बड़े-बड़े शहर जयपुर उदयपुर जोधपुर के बड़े अस्पतालों को कोविड-19 सेंटर बनाने से मुक्त रखा गया है.

कोटा. जिले में न्यू मेडिकल कॉलेज प्रशासन सुपर स्पेशलिटी विंग में संचालित हो रहे कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट करने की तैयारियों में जुट गया है, लेकिन अब इस बारे में खबर मिलने के बाद कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड में तैनात नर्सिंग कर्मियों में न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया है.

नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रशासन ने जिस तरह का निर्णय लिया है, वह नर्सिंग स्टाफ के हित में नहीं है, क्योंकि न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग मैं कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड के मुताबिक वातानुकूलित वार्ड नहीं है. ऐसे में अगर पुरानी बिल्डिंग में आइसोलेशन वार्ड को शिफ्ट किया जाता है तो 12 घंटे तक पीपीई कीट पहनकर उनके द्वारा काम करना संभव नहीं है.

नर्सिंग कर्मियों ने दिया ज्ञापन

न्यू मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से सुपर स्पेशलिटी विंग आइसोलेशन वार्ड को अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट करने के फैसले को बदलने की मांग को लेकर शनिवार को आइसोलेशन वार्ड में तैनात नर्सिंग स्टाफ कर्मी न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर सुशील से मिले.

पढ़ें- कोटा: परीक्षा रद्द करवाने की मांग पर अड़ा पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, दी चेतावनी

इस दौरान न्यू मेडिकल कॉलेज प्रशासन के फैसले को बदलने की मांग करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा, लेकिन नर्सिंग स्टाफ कर्मियों को अस्पताल अधीक्षक डॉ. चंद्रशेखर सुशील ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड को शिफ्ट करने का अधिकार उनके हाथ में नहीं है. यह अधिकार न्यू मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना के हाथ में है, नर्सिंग स्टाफ कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सरदाना से मुलाकात करें.

कर्मियों को अस्पताल अधीक्षक ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांग का ज्ञापन मेडिकल कॉलेज प्राचार्य तक पहुंचा दिया जाएगा. इस संबंध में वही कुछ उपयुक्त कदम उठा सकते हैं, उन्होंने यह भी कहा कि हम तो चाहते हैं कि एसएसबी सेंटर और न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल दोनों को ओपीडी के लिए सुचारू कर दिया जाए, जबकि कोविड-19 के लिए रेलवे या ईएसआई अस्पताल को चिन्हित वहां सेंटर स्थापित किया जा सकता है, बड़े-बड़े शहर जयपुर उदयपुर जोधपुर के बड़े अस्पतालों को कोविड-19 सेंटर बनाने से मुक्त रखा गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.